मैं श्री श्री 1008 आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराज्ञानंद गिरी महाराज धर्मगुरु (मिर्ची-बाबा) श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा, उज्जैन कलेक्टर महोदय से कहना चाहता हूं भारतीय संस्कृति की परंपराओं को देखते हुए महाकाल मंदिर के अंदर ठीक हनुमान जी के मंदिर के सामने जूता चप्पलों पर शीघ्र प्रतिबंध लगाएं।

Listen to this article

`मैं श्री श्री 1008 आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराज्ञानंद गिरी महाराज धर्मगुरु (मिर्ची-बाबा) श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा, उज्जैन कलेक्टर महोदय से कहना चाहता हूं भारतीय संस्कृति की परंपराओं को देखते हुए महाकाल मंदिर के अंदर ठीक हनुमान जी के मंदिर के सामने जूता चप्पलों पर शीघ्र प्रतिबंध लगाएं।इस गेट पर जहा से शीध्र दर्शन 250 रुपये वालो का प्रवेश किया जाता है। वहीं पर जुता चप्पलों का ढेर लगा रहता है। दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई उसके बाद भी यहा श्रद्धालु जुते चप्पल उतार रहे है।
और दर्शन कर बहार आने वाले दर्शनारथीयो के पेर जल रहे इस भिषण गर्मी में साधारण कार्पेट का उपयोग किया गया है।
इस विषय को आप श्री शीघ्र ही अपने संज्ञान में लें।
और अखाड़े के महामंडलेश्वर, महंत, श्रीमहंत, अथवा उच्चस्तरीय पत्रकार इनको प्रशासनिक जिम्मेदारी का एक पास बनाकर के दें जिससे इन्हें महाकाल दर्शन करने में आसानी होगी।

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे