*महाकाल की नगरी में 21 शहीद परिवारों का नागरिक अभिनंदन, अमर बलिदानियों को दी “शौर्यांजलि”*शहादत के समागम “शौर्यांजलि” में राष्ट्रप्रेमियों ने लगाई कृतज्ञता की डुबकी*शहीदों के सम्मान में झूमा उज्जैन, अमर बलिदानियों को दी “शौर्यांजलि”*

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उज्जैन। महाकाल की नगरी बीती शाम अपने बलिदानी बेटों के सम्मान में सजी मिली. नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 126वीं जयंती पर शहीदों व उनके परिजनों के सम्मान में आयोजित ‘शौर्यांजलि’ समारोह में पूरा शहर उमड़ा गया. शहीद समरसता मिशन के आयोजित इस अभूतपूर्व समारोह में राजस्थान के सुप्रसिद्ध भजन सम्राट प्रकाश माली के देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति पर बड़ी संख्या में उपस्थित राष्ट्रप्रेमी झूमते नजर आए।
*पहली बार एक मंच पर संभाग के सभी शहीदों के परिवारों का सम्मान*
देशभक्ति से ओत-प्रोत इस विरले कार्यक्रम में जब पहली बार उज्जैन संभाग के सभी शहीदों के परिवारों को एक मंच सम्मानित किया गया उस समय पंडाल में उपस्थित हर एक नागरिक इन शहीदों के बलिदान और उनके परिवारों के परम त्याग के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए गर्व और भावुकता से उठ खड़ा हुआ और दोनों हाथ हवा में उठाकर शहीदों के जयकारे लगाने लगा. शहीदों के प्रति सम्मान का यह दृश्य देखते ही बनता था। शहीद समरसता मिशन के युवाओं ने गंगाजल से शहीदों की वीरमाताओं व वीरांगनाओं का पाद- प्रक्षालन किया गया। शहीदों के परिवारों में – “शहीद गजेंद्र जी सुर्वे उज्जैन , शहीद धर्मेंद्र जी भाई बारिया , शहीद बादल सिंह जी चंदेल नागदा, शहीद दीपक जी चौहान शिवगढ़, शहीद कन्हैया लाल जी जाट, शहीद मुकेश जी चिड़ावद, शहीद निलेश जी धाकड़, शहीद लोकेश जी कुमावत , शहीद राहुल जावदरा, शहीद संदीप यादव, शहीद निलेश जी गुप्ता, शहीद सुरेंद्र सिंह ऐनाबाद, शहीद कैलाश राव देवास, शहीद जितेंद्र जलोदिया धतुरिया, शहीद श्रेयष कुमार गांधी, शहीद अरविंद जी तोमर उज्जैन” समेत अन्य शहीदों की वीरमाताएं, वीरांगनाएं मंच पर उपस्थित रही।
*शहीद गजेंद्र सूर्वे के सम्मान में ‘वन चेक वन साइन फॉर शहीद’ का शंखनाद*
कार्यक्रम में जिले के शहीद गजेंद्र राव सूर्वे का परिवार, जिन्हें विस्थापित कर दिया गया. उन्हें उनका सम्मान व घर पुन: लौटाने के संकल्प के साथ शहीद समरसता मिशन के संस्थापक मोहन नारायण ने ‘वन चेक वन साइन फॉर शहीद’ अभियान की शुरुआत की. 2 फरवरी, 2006 में लद्दाख में शहीद हुए गजेन्द्र राव सुर्वे के परिवार को इस अभियान के माध्यम से जनसहयोग से एकत्रित 15 लाख की सम्मान राशि से सर्वसुविधा युक्त पक्का भवन निर्मित कर भेंट किया जाएगा. बता दें कि इस अभियान में पारदर्शिता रखने हेतु सहयोग की सारी राशि शहीद की वीरमाता के बैंक अकाउंट में जमा की जाएगी और डिजिटल ट्रांजेक्शन से ही खर्च की जाएगी।
*देश के 75 बड़े शहरों में होने वाली ‘शौर्यांजलि’ का आगाज*
शहीद समरसता मिशन के मीडिया समन्वयक राहुल राधेश्याम ने बताया कि – देश के 11 राज्यों में विगत 15 वर्षों से शहीद सेवा का कार्य कर रहे शहीद समरसता मिशन ने अमर शहीदों के सम्मान में देश के 75 बडे़ शहरों में ‘शौर्यांजलि’ कार्यक्रम करना निर्धारित किया है, जिसकी शुरुआत आज महाकाल की चौखट से की गई है। इस पहले कार्यक्रम में देश भर से सेवारत व पूर्व सैनिक, शहीदों के परिवार समेत विभिन्न क्षेत्रों के नेतृत्वकर्ता एवं राष्ट्रप्रेमी शामिल हुए है। हम इस श्रृखंला के माध्यम से देश के कोने-कोने में पहुंचकर शहीदों के परिवारों की समस्याओं के समग्र समाधान और सर्वोच्च सम्मान का लक्ष्य लेकर संस्थापक मोहन नारायण जी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहे है।
*मिशन ने जताया केंद्र सरकार का आभार*
अंडमान-निकोबार के 21 द्वीपों का शहीदों के नाम पर किए जाने को लेकर मीडिया से चर्चा के दौरान मिशन के संस्थापक मोहन नारायण जी ने केंद्र सरकार का आभार जताते कहा कि – “आज के पवित्र दिवस पर अंडमान-निकोबार के 21 द्वीपों के नाम परमवीर चक्र विजेता रहे शहीदों के नाम पर किए जाने का केंद्र सरकार का यह सराहनीय निर्णय है, जिसने शहीद समरसता मिशन के विचारों को गति दी है। इसके लिए मैं सरकार और मिशन के साथियों को शुभकामना देता हूं. और विश्वास दिलाता हूं कि हम अपने “शहीदों के सपनों के समरस भारत के निर्माण” के संकल्प को जल्दी पूरा करेंगे।
“शौर्यांजलि” समारोह में संभाग की 12 डिफेंस कोचिंग संस्थाओं को भी सम्मानित किया गया, जो देश की सुरक्षा के लिए युवाओं को विभिन्न सेनाओं में जाने हेतु प्रशिक्षण प्रदान कर रही है। साथ ही पूर्व सैनिकों और अधिकारियों को भी मंच से सम्मानित किया गया.
इस समारोह में शहीदों के परिजनों ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मंच की शोभा बढ़ायी, भजन सम्राट प्रकाश माली बतौर मुख्य अतिथी शामिल हुए. लेफ्टिनेंट जनरल बीएस सिसोदिया (रिटा.), सुखदेव सिंह गुम्मन, मनीषा सोजातिया, रघुवीर सिंह, महंत राजेंद्र भारती, इकबाल सिंह गांधी मुख्य रुप से उपस्थित रहें। संचालन कवि प्रधुम्न शर्मा (भानु) एवं आभार सत्यनारायण चौहान ने व्यक्त किया। कार्यक्रम के संयोजन में उज्जैन समन्वयक प्रकाश गौड़, उज्जैन संरक्षक डॉ. कात्यायन मिश्र, मंजीत संधु, श्याम माली, अशोक वैष्णव, पूजा चावड़ा, सुनील यादव,स्वप्निल लोकरे, हेमंत पाटीदार समेत मिशन के कई साथियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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