कार्यक्रम में संस्था द्वारा पहला विश्व संगीत सांस्कृतिक कला सम्मान-2022 दिलीप सेन को दिया गया। कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सोशल मीडिया के सभी चैनलों पर किया गया। इसे हजारों दर्शकों ने सराहा। संस्था अध्यक्ष दीक्षित को उन्होंने कहा कि मैं वादा करता हूं कि आगे भी ऐसा प्रोग्राम करते रहे और आगे बढ़ते रहे। आने वाले समय में आपको अपनी ओर से निःशुल्क एक सेलिब्रिटी मुंबई से बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन भेजूंगा। संगीत संयोजन जयेंद्र रावल द्वारा किया गया, इसमें सिंथेसाइजर पर इंदौर से दीपेश जैन, ऑक्टोपैड पर रोहित और गिटार पर हिमांशु मेहर थे।

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पहली बार उज्जैन में मंगलवार को एक ही मंच पर क्लासिकल, सेमीक्लासिकल, डांसिंग, गायन व वादन का अद्भुत संगम हुआ। आयोजन के दूसरे दिन मंगलवार को 30 संस्थाओं के 250 कलाकारों ने 12-12 घंटे तक अपनी प्रस्तुति दी। लिटिल चैंप ने भी संगीत का जलवा बिखेरा। विश्व संगीत दिवस पर आयोजित संगीत के महाकुंभ के आखिरी दिन 250 कलाकारों ने सुमधुर लाइव बैंड और कराओके पर प्रस्तुति दी, जो कि एक रिकॉर्ड है। इसमें उज्जैन के कलाकारों को भी अपनी बेहतर प्रस्तुति देने का मौका • मिल पाया। संगीत के महाकुंभ में विशेष रूप से स्कूल के बच्चों द्वारा रॉक बैंड पर लाइव प्रस्तुति दी गई। हारमोनियम बीट्स संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों के साथ में मुंबई, दिल्ली व राजस्थान के संगीत महाकुंभ में कालिदास अकादमी के मुक्ताकाशी मंच पर प्रस्तुति देते हुए कलाकार। कलाकारों ने भी गायन की प्रस्तुति दी। संस्था अध्यक्ष प्रीति दीक्षित ने बताया कि मंगलवार को कार्यक्रम के दूसरे सत्र की शुरुआत रामघाट से प्रख्यात म्यूजिक डायरेक्टर दिलीप सेन ने खुली जीप में एक रोड शो कर की। रोड शो रामघाट, दानीगेट, गोपाल मंदिर, कंठाल, इंदौर गेट व फ्रीगंज होते हुए ही मंच पर पाया। कालिदास अकादमी के मुक्ताकाशी मंच पर पहुंचा। संगीतकार दिलीप सेन ने कहा कि मेरे जीवन में मैंने एक ही मंच पर इस तरह का अद्भुत कार्यक्रम पहली बार देखा । इसमें क्लासिकल, सेमीक्लासिकल, डांसिंग, गायन, वादन आदि का अद्भुत संगम एक ही मंच पर इस तरह का अद्भुत कार्यक्रम उज्जैन में पहली बार देखा जिसमें क्लासिकल डांस सेमीक्लासिकल गायन वादन आदि की प्रस्तुति का अद्भुत संगम एक ही मंच पर हुआ।

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