उज्जैन महाकाल मंदिर में रुद सागर एकत्रिकृत विकास के अंतर्गत चल रहे कार्यों का उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव जी एवं सांसद विधायक पारस जैन ने किया निरीक्षण

Listen to this article

*मंत्री, सांसद, विधायक और प्रशासनिक अधिकारियों ने किया स्मार्ट सिटी के कार्यो का निरीक्षण*

उज्जैन 31 अक्टू्बर 2021। श्री महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल रूद्र सागर एकत्रिकृत विकास दृष्टिकोण (मृदा) के अंतर्गत चल रहे कार्यों का आज प्रात: 08:00 बजे मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, म.प्र.जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय, उज्जै्न उत्तर विधायक पारस जैन, श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर श्री आशीष सिंह, निगम आयुक्त श्री अंशुल गुप्ता, ए.डी.एम. श्री संतोष टैगोर, मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री गणेश कुमार धाकड, स्मांर्ट सिटी अधीक्षण यंत्री श्री धर्मेन्द्र वर्मा, सहित अन्य अधिकारियों द्वारा महाकाल वन प्रोजेक्ट के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्य का अवलोकन किया गय
निरीक्षण के दौरान सभी जन प्रतिनिधियों को कलेक्टर श्री आशीष सिंह एवं निगम आयुक्त श्री अंशुल गुप्ता द्वारा चल रहे निर्माण कार्यों की जानकारी से अवगत कराया।
महाकाल वन प्रोजेक्ट के अंतर्गत किये जा रहे निर्माण कार्यों के संबंध में जन प्रतिनिधियों द्वारा कहा गया कि, श्री महाकालेश्वर मंदिर के आस-पास इतने बडे स्तर पर चल रहे निर्माण कार्यों का प्रचार-प्रसार उज्जैन सहित अन्य शहरों में भी किया जाये। इस संपूर्ण प्रोजेक्ट का वीडियों बनाकर तथा अन्य माध्यमों से भी प्रचार किया जाये।
डॉ. यादव ने सुझाव दिया कि, 02 हजार लोगों की क्षमता का प्रवचनहॉल बनाया जाये, साथ ही प्रवेश द्वार पर सजावट में पीतल का भी उपयोग किया जाये जिस पर सांसद श्री फिरोजिया व अन्य जन प्रतिनिधियों द्वारा सहमति व्यक्त की गई।
उज्जैन उत्तर विधायक श्री पारसचंद्र जैन ने कहा कि, श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से बाहरी परिसर मे बन रहे प्रवचन हाल में प्रतिदिन संस्कृतिक प्रस्तुतियां होंनी चाहिये।
त्रिवेणी संग्रहालय के पास एक कमल कुण्ड , सप्तऋषियों की मूर्तियां, पंचमुखी शिव स्तम्भ, त्रिपुरासुर वध से संबंधित मूर्तियां, शिव परिवार, वीरभद्र आदि की मूर्ति सहित मंदिर पहुंच मार्ग पर स्तम्भों का निर्माण भी किया गया है।
जन प्रतिनिधियों द्वारा कहा कि, निर्माणाधीन परिसर में शिव परिवार के अतिरिक्त उज्जैन व आस-पास के क्षेत्र से संबंधित पौराणिक व धार्मिक आधार पर भी जानकारी मूर्तियां लिखित स्तम्भों के माध्य‍म से आने वाले श्रद्धालुओं को दी जा सकती है।
जिसमें मह‍र्षि सान्दिपनी व श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली होने का संबंध, श्री महावीर स्वा्मी, ऋषि वाल्मिकी द्वारा श्री रामायण की रचना, राजा भृर्तहरि की कथाएं आदि को भी सम्मिलित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि, जब यह निमार्ण कार्य पूर्ण होकर श्रद्धालुओं हेतु उपयोग में लाया जायेगा तब मंदिर में आने श्रद्धालुओं एक अलग ही अनुभव के साथ श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन प्राप्त होंगे व भक्त उज्जैन एवं महाकाल की एक अमिट छाप अपने साथ लेकर जायेंगे।
भ्रमण के पश्चात जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन किये साथ ही श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर के तथा फेसेलिटी सेन्टर -2 व सती माता मंदिर के पास चल रहे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण कर उचित दिशा निर्देश प्रदान किये गये

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे