उज्जौन शहर में शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ की दो रथ यात्राएं निकाली। इस्कॉन मंदिर की रथयात्रा में तीन रथों पर भगवान जगनाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा को विराजमान कर भक्तों ने हाथों से रथों को खींचा। रथयात्रा मार्ग को सोने की झाडू से बुहारा गया और मार्ग में ड्रोन से ता फूल बरसाए गए। वहीं खाती समाज की भगवान जगन्नाथ यात्रा में हजारों की संख्या में खाती समाज सहित अन्य लोग शामिल हुए। शुक्रवार दोपहर आगर रोड स्थित कृषि उपज मंडी तिराहे से इस्कॉन मंदिर की रथयात्रा शुरू हुई। विधि-विधान से पूजन एवं आरती कर भगवान जगन्नाथ को नंदी घोष रध, बलभद्र को ताल ध्वज रथ और देवी सुभद्रा को दर्पदलने रथ पर विराजित किया गया। रथयात्रा में हाथी, घोड़े, बैलगाड़ी और झांकियों केला कालावशेष उत्तरय मंडलियों के कलाकार हुए चल रहे थे। यात्रा में सबसे पहले बलभद्र, फिर देवी सुभद्रा और आखिरी में भगवान जगनाथ का रथ चल रहा था। पूरे मार्ग में भगवान की एक झलक पाने के लिए हजारों लोग यात्रा मार्ग के दोनों ओर लालायित होकर खड़े रहे। जैसे ही रथयात्रा उनके पास से निकली तो भक्तजन रस्सी के माध्यम से रथ को खींच कर धन्य हुए। विभिन्न मार्गों से होते हुए शाम को रथयात्रा कालिदास अकादमी प्रांगण पहुंची। यहां गुंडिचा बनाया गया है। यहां इस्कॉन की अगुवाई में 5 जुलाई तक जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। महोत्सव में प्रतिदिन शाम 4 बजे से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी।
भगवान जगनाथ यात्रा के चलते शुक्रवार सांध्य आरती के चलते महाकालेश्वर का जगदीश स्वरूप में श्रृंगार किया। इस्कॉन की मंडी तिराहे से निकली रथयात्रा में बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए। इस दौरान प्रतीक
सांध्य आरती में बाबा महाकाल नेजगदीश स्वरूप में दिए दर्शन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जय जगन्नाथ का जयघोष किया, भगवान की आरती की खाती समाज और इस्कॉन द्वारा निकाले जाने वाली रथयात्रा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गोपाल मंदिर पहुंचकर भगवान जगदीश की रथयात्रा में सहभागिता की और भगवान की आरती की। मुख्यमंत्री ने जय जगन्नाथ का जयघोष किया। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने कालिदास संस्कृत अकादमी परिसर में बनाई गुडिचा नगरी पहुंचकर भगवान श्री जगन्नाथजी के विगृह को अपने कंधे पर उठाकर उनकी स्थापना की।
मुख्यमंत्री ने भगवान श्री जगन्नाथ, भगवान श्री लराम और देवी सुभद्रा की आरती की।
कार्तिक चौक से निकाली यात्रा, झांकियां रही आकर्षण का केंद्र
इधर, खाती समाज द्वारा भी शुक्रवार को कार्तिक चौक स्थित श्री जगदीश मंदिर से रथयात्रा निकाली गई। रथयात्रा में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में समाजजन अन्य शहरों से भी आए। रथयात्रा में विभिन्न दलों के कलाकार एवं समाजसेवी संगठनों के पदाधिकारी भी शामिल हुए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी रथयात्रा में शामिल होकर भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद लिया। रथयात्रा में ऑपरेशन सिंदूर पर आधारित झांकी भी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। गणगौर दरवाजा, दानीगेट, ढाबारोड, टंकी चौक, तेलीवाड़ा, कंठाल, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए वापस जगदीश मंदिर पहुंची।
2025-06-28