उज्जैन नगरवासियों की सुख-समृद्धि की कामना को लेकर चैत्र माह की नवरात्रि की महाअष्टमी पर शनिवार को श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी की ओर से नगर पूजा का निर्वहन किया गया। 24 खंभा स्थित माता महामाया और महालाया माता को चांदी के पात्र में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी महाराज, श्रासनी प्रदीप शर्मा, समाजसेवी नारायण यादव, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद पुरी महाराज, महामंडलेश्वर आनंदमयी माता माता, महामंडलेश्वर कृष्णानंद गिरि महाराज ने मदिरा का भोग लगाया। चैत्र नवरात्रि में कई वर्षों से श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी की ओर से नगर पूजा का आयोजन किया जाता रहा है। इसी क्रम में शनिवार की सुबह 8 बजे चौबीस खंभा माता मंदिर से नगर पूजा प्रारंभ हुई। चौबीस खंभा वाली माताजी को मदिरा का भोग लगाते हुए। 28 किलोमीटर मार्ग में मदिरा की धार चलाई यात्रा को लेकर श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रवींद्र पुरी महाराज ने बताया प्राचीन समय से नगर पूजा होती आ रही है। उज्जैनवासियों की सुख-समृद्धि के लिए 28 किलोमीटर मार्ग में मदिरा की धार एक हांडी में लेकर कोटवार चले। रास्ते में आने वाले प्रमुख देवी मंदिर और भैरव मंदिरों में नए ध्वज और चोला चढ़ाया गया। नगर पूजा का विश्राम रात 8 बजे अंकपात मार्ग स्थित हांडी फोड़ भैरव पर किया गया। यात्रा में बैंडबाजों के साथ बड़ी संख्या में शामिल भक्त माता के जयकारे लगाते चल रहे थे। अभा अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता डॉ. गोविंद सोलंकी ने बताया कि यात्रा के बाद सोमवार को बड़नगर रोड स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में कन्या पूजन के साथ भक्तों का भंडारा आयोजित किया जाएगा। नगर पूजा में निरंजनी अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर शांतिस्वरूपानंद गिरिजी, महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी,महामंडलेश्वर सुमनानंद गिरि, महामंडलेश्वर भागवत आनंद गिरि,महामंडलेश्वर रामकृष्णानंद, देव गिरि महाराज जूना अखाड़ा, सुरेशानंदपुरी महाराज सहित सभी अखाड़ों के संत-महंतों के साथ जनप्रतिनिधि और अधिकारी शामिल हुए।
2025-04-06