प्रयागराज में होने वाले कुभ महापर्व के लिए नगर प्रवेश व भूमि पूजन रविवार 3 नवंबर को होगा। उस दिन देश-विदेश से संत प्रयागराज में नगर प्रवेश करेंगे। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि कुभ महापर्व के दौरान किसी प्रकार का कोई विघ्न ना आए और किसी को कोई परेशानी ना हो, इसके लिए उस दिन जूना अखाडे द्वारा शनिदेव, यमुना व धर्मराज का पूजन किया जाएगा। रविवार 10 नवंबर को प्राचीन सिद्धबाबा मौज गिरि मंदिर द्वारा प्रत्येक वर्ष देवोत्थान एकादशी की पूर्व संध्या पर आयोजित किए जाने वाले श्री कालिंदी महोत्सव, दीपदान महायज्ञ, सांस्कृतिक कार्यक्रम व विशाल भंडारे का आयोजन होगा। शनिवार 23 नवंबर को धर्म ध्वजा पूजन, संगम पर कुभ छावनी में शासन द्वारा आवंटित भूमि का पूजन, गंगा द्वारा आवंटित भूमि का पूजन, गंगा, यमुना व सरस्वती समेत सभी देवी-देवताओं का पूजन किया जाएगा। शनिवार 14 दिसंबर को समूह के द्वारा पेशवाई व संगम प्रवेश होगा। निवास, संगम स्नान, खिचडी प्रसाद, भोजन आदि की व्यवस्था भी रहेगी। महाराजश्री ने बताया कि सोमवार 13 जनवरी को लोहडी पर्व मनाया जाएगा। साथ ही आदि नारायण वेणी माधव स्वरूप का षोडशोपचार पूजन किया जाएगा। भोग भंडारे के बाद नगर परिक्रमा व प्रयागराज परिक्रमा होगी और उसके बाद विदाई समारोह के बाद समापन होगा। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि प्रयागराज के कुंभ महापर्व में मंगलवार 14 जनवरी को मकर सक्रांति का पहला शाही स्नान होगा। द्वितीय शाही स्नान बुधवार 29 जनवरी को मौनी अमावस्या को व तृतीय शाही स्नान सोमवार 3 फरवरी को बसंत पंचमी का होगा। चार पर्व स्नान होगे। इनमें पहला पर्व स्नान पोष एकादशी को शुक्रवार 10 जनवरी, दूसरा पर्व स्नान माघी एकादशी शनिवार 8 फरवरी, तीसरा पर्व स्नान माघी पूर्णिमा बुधवार 12 फरवरी व चौथा पर्व स्नान महाशिवरात्रि बुधवार 26 फरवरी को होगा। महाराजश्री ने बताया कि सभी संत 3 फरवरी के बाद 4 फरवरी को काशी पहुंच जाएंगे और होली पर्व तक वहीं पर प्रवास करेंगे।
2024-10-27