उज्ञौन श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की तड़के होने वाली भस्म आरती में 325 सीट घटा दी गई हैं।
अब यह सीट जनप्रतिनिधियों को प्रोटोकॉल के तहत मिलना शुरू हो गई हैं। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता 9 अक्टूबर को लागू की गई थी। तब महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में राजनीतिक आधार पर होने वाली भस्म आरती अनुमति बंद कर दी गई है। ऐसे में ऑनलाइन 325 सीट बढ़ गई थी। आम भक्तों को ऑनलाइन अनुमति आसानी से उपलब्ध हो रही थी। 5 दिसंबर को आचार संहिता खत्म होने के कारण 57 दिन बाद इसमें बदलाव आया है। मंदिर के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि जनप्रतिनिधियों को 325 भक्तों के लिए भस्म आरती अनुमति के लिए प्रोटोकॉल सुविधा दी जाती है। इसे आचार संहिता के कारण बंद कर दिया गया था। 325 भक्तों की अनुमति को ऑनलाइन सेवा में सम्मिलित किया गया है। राजनीतिक आधार पर दर्शन के लिए प्रोटोकॉल व्यवस्था भी आचार संहिता लागू रहने तक बंद थी।इन्हें मिलता है प्रोटोकॉल
श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति की ओर से मंत्री, सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, विभिन्न राजनीतिक दल के प्रमुख पदाधिकारी,जनप्रतिनिधि के माध्यम से प्रोटोकॉल के तहत आने वाले अतिथियों के नाम से फिर प्रवेश मिलना शुरू हो गया है। बुधवार से मंदिर समिति ने यह व्यवस्था बहाल कर दी है।ऐसे की जा सकती है भस्म आरतीऑफलाइन: मंदिर परिसर स्थित महाकाल प्रशासनिक कार्यालय के पास भस्म आरती अनुमति काउंटर से सुबह 7 बजे से कतार में लगकर अगले दिन की अनुमति ली जा सकती है। मंदिर समिति के अनुसार एक फॉर्म पर पांच लोगों को अनुमति दी जाती है। इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता।
ऑनलाइन: मंदिर समिति की अधिकृत वेबसाइट पर देशभर में कहीं से भी ऑनलाइन अनुमति ली जा सकती है। इसके लिए प्रति व्यक्ति दो सौ रुपए शुल्क लिया जाता है हालांकि इसके लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
2023-12-07