*गायत्री परिवार उज्जैन उपक्षोन में शिक्षा आंदोलन को प्राथमिकता से चलाएगा*

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नई शिक्षा नीति के नैतिक मूल्यों स्थापना वाले सूत्रों को प्रमुखता दी जाएगी) अखिल विश्व गायत्री परिवार अपने उज्जैन उपक्षोन के छह जिलों उज्जैन, रतलाम ,मंदसौर ,नीमच ,आगर और शाजापुर में शिक्षा आंदोलन को आगामी वर्षों में प्रमुखता से चलाएगा। उज्जैन उपक्षोन एवं मध्यक्षोन भोपाल समन्वयक श्री राजेश पटेल ने बताया कि भोपाल में आयोजित दो दिवसीय संगठन कार्यशाला में उज्जैन उपझोन के सभी जिला समन्वयकों से समूह चर्चा कर यह निर्णय लिया गया कि उज्जैन पुरातन कालीन शिक्षा स्थली है। यहां पर महर्षि संदीपनी के पास भगवान कृष्ण ,बलराम शिक्षा ग्रहण करने आए थे ।
अतः अनादि शिक्षा स्थली अवन्तिका क्षेत्र का दिव्य वातावरण हमारे शिक्षा आंदोलन को शक्ति प्रदान करेगा । आपने बताया कि इसके तहत नई शिक्षा नीति के अंतर्गत नैतिक मूल्यों को स्थापित करने वाले सूत्रों को प्राथमिकता से जन जन तक पहुंचाने का अभियान चलाया जाएगा। शिक्षक उन्मुखीकरण सम्मेलन,दिव्य कार्यशालाएं, छात्र संस्कार शिविर, बाल मेला ,संस्कृति मंडलों का गठन, पालक प्रबोधन, प्रौढ़ शिक्षा जैसे कार्यक्रम सभी जिलों में एक साथ प्राथमिकता से चलाए जाएंगे। कार्यशाला में भागीदारी कर रहे सभी ग्यारह उपक्षोन समन्वयकों ने एक-एक आंदोलन(नारी सशक्तिकरण, पर्यावरण संबर्धन, युवा जोड़ो, व्यसन उन्मूलन, स्वास्थ्य संबर्धन, साधना आंदोलन आदि) को प्राथमिकता से चलाने का निर्णय लिया

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