उज्जैन श्री महाकाल महालोक”” के लोकार्पण के बाद श्रद्धालु संख्या में एकाएक वृद्धि मंदिर समिति सभी श्रद्धालुओं के सुलभ दर्शन हेतु कृत संकल्प मंदिर प्रशासक श्री सोनी श्रद्धालुओं की प्रतिदिन संख्या 1.5 से 2.00 लाख तक हुई:

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“”श्री महाकाल महालोक”” के लोकार्पण के पश्चात प्रतिदिन दर्शन हेतु आने व्सलि श्रद्धालु गण की संख्या में आशातीत वृद्धि होकर यह 1.5 से 2.0 लाख प्रतिदिन तक पंहुच गयी है. मंदिर प्रशासक श्री सोनी ने बताया कि उसी अनुपात में सभी दर्शनार्थीयोँ
के सुगम सुखद दर्शन हेतु चाक-चौबन्द व्यवस्थाएँ की जाकर भविष्य में इसे औऱ भी सुदृढ़ किया जावेगा. सभी इस हेतु कृत संकल्पित हैं.
98% तक श्रद्धालु का मान – सरोवर भवन के सुगम मार्ग से प्रवेश
वर्तमान में लगभग 98 % श्रद्धालु श्री महाकाल लोक के “”मान सरोवर”” भवन से प्रवेश कर फैसिलिटी भवन से पूर्ण सुविधाजनक मार्ग ( पानी, छाया, प्रसाधन आदि ) से कार्तिक, गणेश मंडप से होते हुए 20 से 25 मिनिट में दर्शन कर रहे हैं.
“”शीघ्र-दर्शन” व “सत्कार व्यवस्था” हुई सदृढ़ : सभी वर्गों के श्रद्धालुओं ने किया स्वागत :
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में पारित किए गए निर्णय के क्रम में सत्कार व्यवस्था के अन्तर्गत 25/01/2011 को प्रकाशित गजट नोटिफिकेशन में उल्लेखित अतिविशिष्ट अतिथियों
की दर्शन व्यवस्था निःशुल्क रखी जाकर इसके अतिरिक्त सत्कार व्यवस्था के अंतर्गत आगन्तुक अन्य श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था 250-/ ( रु. दो सौ पचास ) प्रति श्रद्धालु भेँट राशि प्राप्त की जाकर की जा रही है जिसका पृथक से मार्ग निर्धारित है. श्रद्धालू रु 250 भेँट राशि का टिकट प्राप्त कर द्वार न. चार से विश्राम धाम, सभा – मंडप होते हुए सीधे गणेश मंडप से दर्शन प्राप्त करते हैं. सत्कारधारी श्रद्धालु पात्रतानुसार द्वार न. 13 से सीधे सभा मण्डपम में प्रवेश कर नन्दी-मण्डपम, गणेश-मंडपम से बाबा महाकाल के दर्शन करते हैं.
“”शीघ्र-दर्शन”” श्रद्धालुओं की संख्या में भारी कमी : आधे से भी कम हुई संख्या
शीघ्र दर्शन व सत्कार से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तुलनात्मक रूप से काफी कमी हुई है. जंहा पहले दिनाँक 01 फ़रवरी 2023 के पूर्व प्रतिदिन 8 से 10 हजार श्रद्धालु सत्कार सुविधा के अन्तर्गत दर्शन प्राप्त करते थे वंही अब यह संख्या घटकर चार-पांच हजार के लगभग रह गयी है जो कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में आगन्तुक कुल श्रद्धालुओं का 2 से 3 प्रतिशत ही है.
निःशक्तजन, वृद्धजन हेतु निःशुल्क व्हीलचेयर व्यवस्था सतत जारी:
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा निःशक्त जन, वृद्धजन हेतु निःशुल्क व्हीलचेयर सुविधा न सिर्फ निर्बाध जारी है, बल्कि निःशक्तजन आदि की साज-सम्हाल हेतु एक अतिरिक्त परिवारजन को भी निःशुल्क छोटे मार्ग से मानवीय सद्भाव स्वरूप साथ जाने की भी अनुमति दी जाती है.
“यंहा यह उल्लेखनीय है कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में
आगन्तुक सामान्य श्रद्धालुओं को
“”मान-सरोवर”” भवन के रास्ते
से बड़ी सुगमता से दर्शन कराए
जा रहे हैं। मन्दिर प्रबंध समिति
का मुख्य उद्देश्य आगन्तुक आम
श्रद्धालुओं को सरल-सुलभ दर्शन
कराये जाना है.

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