सुमंगलम पंचमहाभूत अभियान अन्तर्गत होगा सुजलाम अन्तर्राष्ट्रीय जल महोत्सव सुमंगलम पंचमहाभूत अभियान अन्तर्गत सुजलाम अंतरराष्ट्रीय जल महोत्सव का आयोजन दिनांक 20-12-2022 से 30-12-2022 तक भारत सरकार जल शक्ति मंत्रालय के सहयोग से दीनदयाल शोध संस्थान एवं म.प्र. जन अभियान परिषद म.प्र. शासन द्वारा आयोजित किया जायेगा । इस गरिमामयी कार्यक्रम में डॉ. मोहनराव जी भागवत परम पुज्यनीय सरसंघचालक, श्री शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन, श्री प्रमोद शावंत मुख्यमंत्री गोवा, श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत केन्द्रीय जलशक्ति मंत्रालय भारत सरकार, परम पुज्यनीय स्वामी अदृश्य काड सिद्धेश्वर जी महाराज मठाधिपति, कनेरी मठ कोल्हापुर, आदरणीय श्री सुरेश भय्या जी जोशी, निवृतमान सरकार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया केन्द्रीय नगर विमानन मंत्री भारत सरकार, श्री आदर्श कुमार गोयल अध्यक्ष राष्ट्रीय अभिकरण, डॉ. अनुपम मिश्रा कुलपति सी. ए. यू. इम्फाल, श्री विभाष उपाध्याय उपाध्यक्ष म.प्र. जन अभियान परिषद, डॉ. जितेन्द्र जामदार उपाध्यक्ष म.प्र. जन अभियान परिषद, श्री अभय महाजन संगठन सचिव, श्री अतुल जैन महासचिव दीनदयाल शोध संस्थान उपस्थित रहेंगे। जल महोत्सव के अंतर्गत जलतत्व पर आधारित आयामों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। जलतत्व पर अन्तर्राष्ट्रीय जल महोत्सव के पूर्व दिनांक 05-12-2022 से 27-12-2022 तक चतुर्वेद परायण एवं महारूद्ध, दिनांक 28-12-2022 को जलस्तम्भ अनावरण एवं शैव महोत्सव उज्जैन 2018 स्मारिका विमोचन डॉ. मोहनराव जी भागवत परम पुज्यनीय सरसंघचालक द्वारा किया जायेगा। दिनांक 20 से 24 दिसम्बर 2022 तक जलतत्व पर कलासंगम में प्रदेश के प्रतिष्ठित कलाकारों द्वारा चित्रांकन कर कलाकृतियों का निर्माण किया जायेगा। इन निर्मित कलाकृतियों का प्रदर्शन प्रदर्शनी के रूप में मुख्य आयोजन स्थल पर किया जायेगा। दिनांक 25-12-2022 को ही वेद- वेदांग जलतत्व पर सम्मेलन प्रख्यात वैदिक विद्वानों की उपस्थिति में तीर्थ एवं मेला प्राधिकरण, जन अभियान परिषद एवं महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्व विद्यालय के समन्वय से स्वामी नारायण आश्रम में किया जायेगा। जल महोत्सव में म.प्र. जन अभियान परिषद द्वारा प्रदेश में चयनित 313 लघु नदियां एवं देश की प्रमुख नदियों का जल लेकर जलागम कलश यात्रा दिनांक 26-12-2022 को प्रात: 10:30 बजे सामाजिक न्यास परिसर से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुये रामघाट पर समापन होगी। प्रमुख नदियों का जल पुण्यसलिला क्षिप्रा नदी/महाकाल कोटीतीर्थ में प्रवाहित किया जायेगा।दिनांक 24 से 30 दिसम्बर 2022 तक सृजन हस्तशिल्प मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन म.प्र. जन अभियान परिषद, संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन, तीर्थ एवं मेला प्राधीकरण एवं मध्यप्रदेश खादि ग्रामोद्योग के समन्वय से मुख्य आयोजन स्थल पर किया जायेगा। जिसमें प्रदेश भर के सृजनात्मक हस्तशिल्पियों का प्रदर्शन रहेगा। वही प्रतिदिन सृजन मेला मैदान में दिनांक 24 से 28 दिसम्बर 2022 तक सायं 7 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जायेंगे। जल महोत्सव सम्मेलन में मुख्य आयोजन दिनांक 27 से 29 दिसम्बर 2022 को रहेगा। जिसमें वैदिक जलतत्व विदवानों के शोध पत्र “सुमंगली” का विमोचन किया जायेगा। जल महोत्सव में पर्यावरण पर भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित समकालीन विमर्श स्थापित करने के लिये पंचमहाभूत के जलतत्व पर अन्तर्राष्ट्रीय सेमीनार किये जायेंगे इस कार्यक्रम में इकबाल सिंह गांधी अनिल जैन कालूखेड़ा इस आयोजन के मीडिया प्रभारी शिवेंद्र तिवारी सचिन सक्सेना राकेश पंड्या और भी कई भाजपा नेता की उपस्थिति में आयोजित हुआ
2022-12-22