ए.डी.जी (महिला सुरक्षा शाखा) भोपाल के निर्देशन में महिला संबंधी अपराधों की प्रभावी विवेचना के संबंध में जिले की समस्त महिला अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश*।

Listen to this article

ए.डी.जी (महिला सुरक्षा शाखा) भोपाल के निर्देशन में महिला संबंधी अपराधों की प्रभावी विवेचना के संबंध में जिले की समस्त महिला अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश।
*महिला संबंधी अपराधो में समय अवधि के भीतर ही माननीय न्यायालय के समक्ष अभियोजन पत्र पेश करने हेतु किया गया आदेशित*। *थाना माधवनगर स्थित महिला हेल्प डेस्क का भी किया आकस्मिक निरीक्षण*।

एडीजी भोपाल (महिला सुरक्षा शाखा) *श्रीमती प्रज्ञा रिचा श्रीवास्तव* पुलिस महानिरीक्षक उज्जैन जोन उज्जैन *श्री संतोष सिंह* पुलिस उप महानिरीक्षक रेंज उज्जैन *श्री अनिल सिंह कुशवाह* के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक उज्जैन *श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल* ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण *श्री आकाश भूरिया* के सहित शहर के समस्त वरिष्ठ अधिकारीगण की उपस्थिति में पुलिस कंट्रोल रूम उज्जैन में महिला संबंधी अपराधों की विवेचना को प्रभावी रूप व गुणवत्ता पूर्ण करने तथा महिला पीड़िता होने पर पूर्वाग्रह से परेय होकर तत्काल प्रभाव से त्वरित कार्यवाही करने हेतु शहर और देहात थाने समस्त महिला अधिकारियों की आज दिनांक 24.08.22 को समीक्षा बैठक ली गई एवम् महिला अपराध विवेचना संबंध में निम्नलिखित निर्देश दिए गए।
महिला संबंधी अपराधों में त्वरित कार्रवाई करते हुए एफ.आई.आर दर्ज की जावे।
शहर/देहात थानों में पदस्थ महिला डेस्क प्रभारियों को अपने–अपने थानो के लंबित महिला संबंधी अपराधों का त्वरित निराकरण एवम् आरोपी की गिरफ्तारी करने हेतु निर्देश दिए गए।
महिला संबंधी अपराध जैसे घरेलू हिंसा, पॉक्सो एक्ट, बलात्कार, अपहरण जैसे अन्य गंभीर महिला संबंधी अपराधों के संबंध में समय सीमा अवधि के भीतर ही अभियोजन पत्र माननीय न्यायलय में पेश करने हेतु बताया गया।
टेलीफोन पर या सीधे थाने में आने वाली फरियादिया/पीड़िता के साथ संवेदनशीलता प्रदर्शित करते हुए महिला फरियादी को पारिवारिक परिवेश प्रदान करने का प्रयास करें ताकि महिला फरियादी अपनी बात स्पष्ट तरीके से निर्भीक हो कर प्रकट कर सके।
पति–पत्नी के आपसी विवाद/ पारिवारिक मामले/विवाह विच्छेद होने संबंधी मामलों में सर्वप्रथम काउंसलिंग की जाना चाहिए।
*अभियान मुस्कान, स्वयं सिद्धा (आत्मरक्षा ट्रेनिंग), अभियान एहसास(गुड टच, बेड टच) पुलिस मुख्यालय स्तर पर चलाए जा रहे है जिन पर अधिक से अधिक कार्यवाही करने हेतु आदेशित किया गया*।
वरिष्ठ अधिकारीगण द्वारा थाना माधव नगर स्थित महिला हेल्प डेस्क का आकस्मिक निरीक्षण किया गया जिसमे डेस्क की स्थिति संतोषजनक पाई गई।

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे