*अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव में नृत्य और संगीत साधना से की आराधना*

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अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव में नृत्य और संगीत साधना से की आराधना

उज्जैन 30 जुलाई 2022। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा आयोजित “अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव पूर्वरंग” की द्वितीय सांस्कृतिक संध्या पर नृत्य एवं संगीत की कलांजलि बाबा महाकालेश्वर के चरणों में अर्पित की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलपति आचार्य अखिलेश कुमार पांडेय ने की। साथ ही विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक उपस्थित रहे। अतिथियों द्वारा भगवान श्री महाकालेश्वर एवं भगवान नटराज जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

*प्रथम प्रस्तुति*
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में खाचरोद के श्री परमानंद गंधर्व ने हारमोनियम वादन की सुमधुर प्रस्तुति दी। श्री गंधर्व ने विलंबित एकताल, मध्य लय, बंदिश, बोल लागी लगन तथा राग मिश्र पीलू में ठुमरी प्रस्तुत की। तबले पर संगत श्री राहुल पँवार द्वारा की गई।
*द्वितीय प्रस्तुति*
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में दिल्ली से पधारी अंतर्राष्ट्रीय नृत्यांगना सुश्री यास्मीन सिंह एवं समूह द्वारा कत्थक शैली में “शिव ओम” नृत्य नाटिका शिव के अर्धनारीश्वर रूप पर आधारित रही। नृत्य नाटिका से बताया गया की शक्ति अपने सती रूप में जहां आत्म बलिदान को तत्पर रहती है, वहीं वह मां काली के रूप में असुरों का संहार कर जगत का कल्याण भी करती है। नृत्य नाटिका में यास्मीन सिंह के साथ मंच पर नंदिनी शर्मा, मयूरी विभूति, कंचन कडपाल, शिखा तेडी, माया डेहरिया, अंकिता बिंद्रा, तनुश्री, करण किंगरानी ने कला प्रदर्शन किया।
*तृतीय प्रस्तुति*
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“”निनाद नृत्य अकादमी”” उज्जैन द्वारा श्रीमती पलक पटवर्धन के निर्देशन में भगवान श्री कृष्ण पर आधारित “अखिलम मधुरम्” नृत्य की प्रस्तुति दी गई। श्रीमती पलक पटवर्धन के मार्गदर्शन में नव अंकुर कलाकारों द्वारा चार अलग अलग समूह में नृत्य प्रस्तुत किये गए. प्रस्तुति में श्रीमती अर्चना तिवारी का गायन एवं पंडित माधव तिवारी के निर्देशन में वादन विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव पूर्वरंग की द्वितीय सांस्कृतिक संध्या का संचालन उद्घोषक दुर्गाशंकर सूर्यवंशी द्वारा किया गया आभार प्रदर्शन मंदिर के सहायक प्रशासनिक अधिकारी आर के तिवारी ने किया.

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