उज्जैन, 18 दिन का धुआंधार प्रचार, 6 जुलाई को 6 प्रतिशत कम मतदान की चिंता और 17 को धड़कन बढ़ाने वाली मतगणना के राउंड। आखिर में भी री टोटलिंग में 736 मतों से विजय हुए भाजपा प्रत्याशी मुकेश टटवाल ने महापौर की शपथ लेने से पहले शहर की जनता को तीन वचन दिए। कहा- हमने संकल्प पत्र में प्राथमिकता बताई है लेकिन इनमें भी सबसे पहले तीन काम एक साल में पूरे करूंगा। हर वार्ड में जन सहायता केन्द्र और बर्तन बैंक

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लगातार तीसरी बार : उज्जैन नगर निगम में भाजपा का बोर्ड, मेयर बने मुकेश 736 मतों से जीते कुल 54 में से रिकॉर्ड तोड़ 37 पार्षद भाजपा के जीते और 17 कांग्रेस के
उज्जैन | लगातार तीसरी बार नगर में भाजपा की सरकार बनी है। भाजपा के महापौर प्रत्याशी मुकेश टटवाल 736 मतों से चुनाव जीतकर मेयर बने। साथ ही 54 में से 37 पार्षद प्रत्याशी भी भाजपा के जीते और 17 कांग्रेस विजय हुए। इस चुनाव में तीन बातें पहली बार हुई है। वह यह कि पहली बार उज्जैन का मेयर इतने कम अंतरों से जीता है। दूसरा यह कि किसी भी राजनीतिक दल के रिकॉर्ड तोड़ सर्वाधिक 37 पार्षद एक साथ जीते और तीसरा यह कि कोई भी निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव में विजय नहीं हो पाया। इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई मतगणना में कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी महेश परमार को 133358 मत मिले और भाजपा के मुकेश टटवाल को 134094 मतः मिले। नगर निगम में बोर्ड बनाने के लिए 28 पार्षदों के बहुमत की जरूरत है, ऐसे में भाजपा के 37 पार्षद जीतने से भाजपा के पास बोर्ड बनाने के लिए पर्याप्त बहुमत है। इस चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के कई दिग्गज व उनके परिजनों को हार का सामना करना पड़ा है, जबकि कुछ नए चेहरे पहली बार में जीतकर आए है।

 

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