उज्जैन दिनाक16 अक्टूबर को नपुन गार्डन वागेश्वरी माता मन्दिर रोड पूरे विश्व के निश्चेतना विशेषज्ञ 179th वर्ल्ड एनेस्थीसिया डे मना रहे है। जैसा कि आप सभी को ज्ञात है कि निश्चेतना के विस्तार से आज-कल सभी प्रकार की शल्यक्रिया जिसमें हृदय, बुजुर्गो की शल्यक्रियाएँ, नवजात की शल्यक्रियाएँ, भुण की शल्यक्रियाएँ सुगमता से हो जाती है। साथ ही दिमाग के विभिन्न हिस्सों की शल्य क्रियाएँ भी न्यूनतम दिमाग की कार्य प्रणाली को क्षति पहुंचाते हुए संपन्न हो जाती है। यह सब निश्चेतना विशेषज्ञ, शल्यक्रिया विशेषज्ञ, मरीज के आपसी सम्बन्ध पर निर्भर रहता है। मरीज व निश्चेतना विशेषज्ञ के बीच में रिश्ते सभी प्रकार की शल्यक्रिया की सफलता -असफलता के बीच में कड़ी भूमिका निभाते है, इसलिए शल्यक्रिया हेतु सभी मरीजों से अनुरोध है कि किसी भी शल्यक्रिया (आपरेशन) के पहले अपने निश्चेतना विशेषज्ञ से अवश्य मिले, साथ ही अपनी बीमारियों के बारे में चाहे वह उसकी शल्यक्रिया न भी हो जैसे दमा, दिल की बीमारी, गुर्दे की बीमारी, मधुमेह, किसी दवाई का प्रतिकूल प्रभाव (Drug Allergy), मस्तिष्क की कोई बीमारी, उच्च तक चाप आदि विस्तारपूर्वक बताएं व उनकी दवाईयों के बारे में भी बताए। इससे निश्चेतना विशेषज्ञ इन बीमारियों को ध्यान में रखकर शल्यक्रिया के दौरान मरीजों की देखभाल गुणवत्तापूर्वक रख सकेगा। इसीलिए निश्चेतना विशेषज्ञ को Peri-operative Physician भी कहा जाता है। आज निश्चेतना विशेषज्ञ शल्यक्रिया कक्ष के बाहर भी अपनी भूमिका कुशलता से निभा रहे है, चाहे वह किसी Unstable मरीज का CT scan, MRI scan हो, ICU Care हो। Pain clinician के रूप में समाज में CPR सीखाकर अतः सब से अनुरोध है कि अपनी या अपने रिश्तेदारों की शल्यक्रिया से पहले अपने निश्चेतना विशेषज्ञ से अवश्य मिले व अपने शल्यक्रिया विशषज्ञों से यह सुनिश्चित करे कि वह शल्यक्रिया के दौरान निश्चेतना विशेषज्ञ उपस्थित रहेंगे।
2025-10-15