रतलाम मंडल की ऐतिहासिक उपलब्धि : गुड्स ट्रेन की औसत गति हुई 33.19 किमीप्रघं*

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04 फरवरी, 2025 को रतलाम मंडल पर गुड्स ट्रेनों की औसत गति 33.19 किमीप्रघं दर्ज की गई जो मंडल के लिए एक बड़ी एवं ऐतिहासिक उपलब्धि है । पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के
नागदा-गोधरा, नागदा-भोपाल, रतलाम-चित्‍तौड़गढ़, इंदौर-भोपाल सहित मंडल के अन्‍य खंडों में प्रतिदिन औसतन 200 से अधिक यात्री गाडियों का परिचालन किया जाता है। इतनी बड़ी संख्‍या में यात्री गाडियों के परिचालन के मध्‍य गुड्स ट्रेनों की गति 33 किमीप्रघं से अधिक प्राप्‍त करना मंडल के लिए बड़ी उपलब्धि है और यह हुआ है ट्रेन परिचालन से जुड़े विभिन्‍न विभागों के आपसी समन्‍वय के कारण। इसके साथ ही लोको एवं मानवशक्ति का अधिकतम उपयोग, 49 क्रैक ट्रेनों का परिचालन जो एक दिन में कुल गुड्स ट्रेनों के इंटरचेंज का लगभग 38 प्रतिशत है तथा क्रैक ट्रेनों के पाथ का लगातार मॉनिटरिंग इस उपलब्धि को प्राप्‍त करने में काफी उपयोगी साबित हुआ है। गुड्स ट्रेनों की उचित मॉनिटरिंग के कारण गति बढ़ने से जहॉं अधिक संख्‍या में गुड्स ट्रेनों का परिचालन किया जा सकता है वहीं पैसेंजर ट्रेनों के लिए सुगम पाथ उपलब्‍ध होता है। इसके साथ ही इस प्रकार की उपलब्धियॉं बताती है कि हमारी कार्यप्रणाली एवं कार्यक्षमता में तीव्र गति से सुधार हो रहा है। रतलाम मंडल न केवल यात्री ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं बल्कि गुड्स ट्रेनों के परिचालन की भी उचित निगरानी की जा रही है ताकि गुड्स ट्रेनों की डिटेंशन को कम कर एवं मानवशक्ति का अधिकतम उपयोग कर उनकी अधिकतम गति को प्राप्‍त की जा सके। नई उपलब्धियॉं नये आयाम की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है और इसका ताजा उदाहरण है 03 जनवरी, 2025 के गुड्स ट्रेनों की औसत गति 32.69 किमीप्रघं को पीछे छोड़ते हुए 04 फरवरी, 2025 को प्रतिदिन की औसत गति 33.19किमीप्रघं को प्राप्‍त करना।

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