उज्जैन हरसिद्धि मंदिर की व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए पुजारीगणो ने जानकारी देते हुए बताया
श्री हरसिद्धि मंदिर परम्परागत रूप से पुजारी गण एवं शासन के द्वार संचलित किया जाता है
हरसिद्धि मंदिर में सेकडो की सांख्य में नियमित दर्शनार्थी आते हैं हमसे कुछ चुनिंदा लोगो की निजी स्वार्थ के लिए करण मंदिर में अव्यवस्था करते हैं जिसमें मंदिर की गरिमा भंग होती है कुछ महिलाये एवं पुरूषों के द्वारा प्रेस वार्ता राखी थी जिसने महिलाओ को आगे रखा गया उक्त महिलाये जिन्हों ने प्रेस वार्ता राखी थी ये महिलाये नियमित दर्शनार्थी होने के नाते मंदिर में अपना अधिकार चाहती हैं और मंदिर की व्यवस्था चल रही है उसमें आये दिन हस्तशेप कारते रहते हैं और आए दिन आरती में खड़े होने के मध्यम से श्रधालुओ को बहाल पुसलाकर पिछले द्वारा से दर्शन करने का काम करते हैं इन लोगो की पूर्व में मुख्य शिखायत श्रधालुओ ने भी की है मंदिर में एक दो सज्जन द्वारा भी इसी प्रकार श्रद्धालुओ को बहला पुसलाकर जजमान बनाना जाता हे।कर्मचारीयो, पूजारियो और दीपमालिका लगाने वालो को निजी स्वार्थ के करण ब्लैकमेल करते हैं यहाँ पूर्व महिला गार्ड के साथ अब्द्रता की और आपत्ती जनक शब्दोका इस्तमाल किया, इसी प्रकार पुरुष गार्ड के साथ भी अब्द्रता कर उनके साथ दूर व्यवहार किया गया कुछ आसामाजिक महिलाओ द्वारा एक पूजारी पर भी व्यक्ति गत आरोप लगाया गया था जिस्का मंदिर की व्यवस्था से संबंध नहीं है ना ही किसी पूजारी द्वार मंदिर परिसर के अंदर कृत्य किया जाता है जिसमें मंदिर की गरिमा धूमिल होती है। मंदिर की व्यवस्था पुजारी गण एवं प्रबंध समिति के माध्यम से सुचारु रूप से चल रहे हैं जिसमें किसी भी नियमित दर्शनार्थी एवं श्रद्धालुओ को कोई शिकायत नहीं है मंदिर परिसर में कुछ लोग द्वार अने ती का चंदा कर अपना वर्चस्व लगाने के लिए प्रसाद वितरण किया जाता है एक नियमीत दर्शनार्थी द्वार आए दिन मंदिर के प्रशासक के साथ बार-बार अबद्रता की जोशी जी, सोनी जी, पाटीदार जी, एवं वर्तमान प्रचारक के साथ भी अबद्रता की गई है
2025-04-23