देवनागरी उज्जैनी के कथा वाचक भगवान शरण बापू को महामंडलेश्वर बनाए जाने की हरी झंडी मिल गई है यह बात अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी जी महाराज ने मीडिया से चर्चा कर घोषणा की है कथा वाचक भगवान बापू पिछले 35 वर्षों से संत के रूप में जीवन को साकार करते हुए व्यास पीठ से अध्यात्म की गंगा बहा रहे हैं आज अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी जी महाराज व महामंडलेश्वर सुमन आनंदपुरी महाराज संत श्री के चिंतामन मार्ग स्थित आश्रम पर पहुंचे और उनके जीवन के बारे में जानकारी लेकर मीडिया के समक्ष जानकारी देते हुए बताया कि आज हमने भगवान शरण बापू के आश्रम पर जाकर जांच की तथा एक समिति भी गठित की गई है जो जल्दी ही अपनी जांच पूरी कर हमें जानकारी देगी उसके बाद में भगवान बापू को महामंडलेश्वर पद के लिए पट्टा अभिषेक किया जाएगा और उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि दी जाएगी यह प्रक्रिया शीघ्र ही पूरी की जाएगी आश्रम मे जैसे लग रहा है किसी संत की कुटिया हो किसी संत का आश्रम हो मन बहुत खुश हुआ मन बहुत प्रसन्न हुआ हमने अब एक नया नियम बनाया है उनके लिए उनके पास आश्रम है कि नहीं है वह देखा जाएगा उनके किसी और की है उन्होंने कहां वह कहां तक पड़ा है उनकी इसकी जानकारी ली जाएगी और विधि विधान से बनाया जाएगा वही पूरी जानकारी लेंगे जानकारी के बाद बहुत जल्द इनको महामंडलेश्वर की उपाधि दी जाएगी
2024-05-14