*राज्य स्तरीय शिशु रोग विशेषज्ञ सम्मेलन (54th ऐम पी पेडीकॉन) को लेकर डॉ जगदीश मंडलिया डॉ रविंद्र राठौर एमडी शर्मा दुर्गेश महेश्वरी नीरज गुप्ता आदि ने जानकारी देते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रेस क्लब पर बताया

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राज्य स्तरीय शिशु रोग विशेषज्ञ सम्मेलन (54″ एमपी पेडिकॉन) का आयोजन उज्जैन में दस वर्षों के अंतराल के पश्चात 54″ एमपी पेडिकॉन का आयोजन उज्जैन में किया जा रहा है. इस बार का मुख्य थीम संकल्प” शिशु रक्षा एवं कुपोषण से बचाव है। “राज्य स्तरीय शिशु रोग विशेषज सम्मेलन दिनांक 16 एवं 17 दिसंबर को आयोजित किया जा रहा है जिसमें देश व विदेश के 600 से अधिक शिशु रोग विशेषज्ञ सम्मिलित होंगे यह आयोजन राष्ट्रीय शिशु रोग विशेषज्ञ अकादमी उज्जैन इकाई द्वारा एवं आर डी गाडी मेडिकल कॉलेज, यूनिसेफ व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है. समारोह के सचिव डॉ जगदीश मांडलिया ने बताया, 548 एमपी पेडिकॉन का उद्‌द्घाटन थैलेसीमिया पीड़ित बालक अथर्व द्वारा दीप प्रज्वलन द्वारा किया जाएगा इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय शिशु विशेषज्ञ संस्थान के निर्देशक डॉक्टर नवीन ठक्कर, अध्यक्षता करेंगे डॉ बसंत खलतकर अध्यक्ष राष्ट्रीय शिशु रोग विशेषज्ञ अकादमी एवं विशेष अतिथि के रूप में डॉ प्रियंका दास निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, डॉ संजय गोयल कमिश्नर उज्जैन उपस्थित रहेंगे। डॉ रवि राठौर वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ ने बताया, इस दो दिवसीय राज्य स्तरीय शिशु रोग विशेषज्ञ सम्मेलन में प्रमुख वक्ता के रूप में यूनिसेफ के नवजात रोग विशेषज्ञ डॉ विवेक सिंह गहन चिकित्सा इकाई पर अपना व्याख्यान देंगे, पुणे के डॉ प्रदीप सूर्यवशी डॉ प्रेमलता पारीक की स्मृति में पिछले 20 वर्षों में नवजात शिशु चिकित्सा में एडवांसमेंट पर अपना व्याख्यान देंगे, इसी श्रृंखला में नागपुर से डॉक्टर सतीश देव पुजारी द्वारा शिशु चिकित्सा में गलतियां जो सुधारी जानी चाहिए विषय पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। इसके पश्चात डॉक नवीन ठक्कर वर्तमान समय में शिशु स्वास्थ्य रक्षा पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे इसी श्रृंखला में द्वितीय सत्र में बाल किडनी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शिल्पा सक्सेना, बाल हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ रवि त्रिपाठी डॉ प्रशांत अग्रवाल, बाल मस्तिष्क रोग विशेषज्ञ डॉ गौरी पासी डॉ रचना दुबे डॉ विवेक सिरोलिया, बाल रक्त रोग विशेषज्ञ डॉ शिवानी पटेल डॉ प्रीति मालपानी आदि व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम के वैज्ञानिक समन्वयक डॉ. आशीष पाठक के अनुसार इसी दौरान संपूर्ण मध्य प्रदेश से पी जी विद्यार्थियों द्वारा 110 शोध पत्रों में से प्रमुख दो शोध पत्रों को डॉ जे एन पोहावाला अवार्ड एवं डॉ डी. के श्रीवास्तव अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
शिशुकुंभ के एक दिन पहले १५ दिसंबर को कार्यशाला में देश-विदेश के अनुभवी एवं वरिष्ठ विशेषज्ञों इंटरवेशनल प्रक्रियाओं का लाइव (सजीव) प्रदर्शन करेंगे, जिससे उपस्थित प्रदेश के १२० शासकीय व प्राइवेट प्रतिभागियों को व्यवहारिक रूप से स्वयं सभी प्रक्रियाओं को सीखने का अवसर प्रदान किया जाएगा। इस प्रकार से कुल ४वर्कशॉप्स का आयोजन प्रथम दिवस पर किया जाएगा प्रमुख रूप से गहन नवजात चिकित्सा एवं शिशु विकास व एनआईसीयू प्रोसीजर पर कार्यशाला आयोजित की जाएगी साथ ही स्टाफ नर्सेस के लिए भी नवजात शिशु की केयर पर कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का आयोजन उज्जैन पीडियाट्रिक वेलफेयर सोसायटी द्वारा डॉ जगदीश मंडलिया के संयोजन में डॉ प्रमोद कौशिक, डॉ रवि राठौर, डॉ एम डी शर्मा, डॉ आशीष पाठक, डॉ दुर्गेश माहेश्वरी, डॉ नीरज गुप्ता, डॉ श्रीपद देशमुख के सहयोग से किया जा रहा है।
इस अवसर पर एक स्मारिका का प्रकाशन भी डॉ सुनील राठी के संपादन में किया जा रहा है जिसका विमोचन १६ दिसंबर को किया जायेगा। मात्रा मेडीकल काउतील कारा सतत चिकीत्ल पाठ्यक्रम के अंतर्गत, इस काफ्क की सहमती प्रदान की गयी है।

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