उज्जैन में होने वाली आल इंडिया यूनाइटेड कंशियसनेस 2023 जिसमे विश्व की प्रमुख हस्तियां शामिल होने जा रही है आयोजन 15 से 17 दिसंबर को कालिदास अकादमी उज्जैन पर आयोजित आयोजन को लेकर डॉ विक्रम सिंह तोमर ने प्रेस क्लब पर आयोजित पत्रकार वार्ता में जानकारी दी

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उज्जैन में होगी ग्लोबल यूनाइटेड कॉन्शियसनेस कॉन्क्लेव 2023
तीन दिवसीय ‘एकात्म आत्म उत्थान यात्रा’ में 25 देशों के आध्यात्मिक गुरू, जीवन कोच, लेखक, संगीतकार, प्रसिध्द विद्वान रहेंगे मौजूद
उज्जैन। ग्लोबल यूनाइटेड कॉन्शियसनेस कॉन्क्लेव 2023 अंतर्गत तीन दिवसीय ‘एकात्म आत्म उत्थान यात्रा’ का आयोजन उज्जैन में 15 दिसंबर से 17 दिसंबर तक कालिदास अकादमी में होने जा रहा है। जिसका उद्देश्य विश्वभर से व्यक्तियों, विचारकों, विद्वानों, आध्यात्मिक संगठनों और लाईफ कोचेस को एक ही चेतना के तहत जोड़ना है जिसका विषय है ‘एक चेतना, एक अस्तित्व’।
ग्लोबल कन्वेनर डॉ. विक्रांतसिंह तोमर, जीएस जुनेजा, डॉ. श्वेता तोमर, डॉ. विक्रांत शाह, रोहित खंडेलवाल ने संयुक्त रूप से बताया कि इस आयोजन को प्राचीन संस्कृत वाक्य ‘एक सत् विप्रा बहुधा वदंति’ से प्रेरणा मिली है, जिसका अर्थ है ‘सत्य एक ही है, बुध्दिमान लोग इसे भिन्न-भिन्न रूपों में प्राप्त करते हैं। ग्लोबल यूनाइटेड कॉन्शियसनेस संघठन का यूरोपीय योग फेडरेशन और योग विद्या जर्मनी जैसे प्रमुख संगठनों के साथ मिलकर विभिन्न देशों के दृष्टिकोणों को एक साथ लाने का प्रयास है। यह आयोजन 2023 के लिए जी-20 मिशन स्टेटमेंट के साथ मेल खाता है। यूनाइटेड कॉंसिएसनेस डॉ. विक्रांतसिंह तोमर, प्रोजेक्ट सेल्फ यूएसए राजेश रवींद्रनाथ, योगा विद्या जर्मनी सुकदेव वोल्कर ब्रेट्ज और यूरोपियन योगा फेडरेशन के आमादिओ बियांकी द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन में 25 देशों के आध्यात्मिक गुरू, जीवन कोच, लेखक, संगीतकार, प्रसिध्द विद्वान मौजूद रहेंगे। जो चेतना अध्ययन, आध्यात्मिक लोकतंत्र, आध्यात्मिकता के माध्यम से समग्र जीवन हेतु प्रोत्साहित करेंगे साथ ही आध्यात्मिकता में अनुसंधान और विकास के लिए एक मंच बनाना तथा प्राचीन ज्ञान को आधुनिक जीवन में फिर से शामिल करने का उद्देश्य लेकर उज्जैन आएंगे। आयोजन का मुख्य उद्देश्य व्यक्तियों का सामुहिक उत्थान, सामाजिक प्रगति, व्यावसायिक विकास, मानसिक शांति, शारीरिक उर्जा, व्यक्तिगत परिवर्तन, सच्चे जीवन के रूप में आध्यात्मिकता की खोज, सभी को अपनाने और आत्मसात करने के लिए एक वैश्विक मंच प्रदान करना है।

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