*सेंट्रल की कमेटी कर रही शिप्रा* *प्रदूषण की रिपोर्ट का परीक्षण *16 17 सितंबर को इंदौर उज्जैन सचिन दवे*

Listen to this article

शिप्रा नदी उद्गम के बाद 4 से 5 किलोमीटर तक अतिक्रमण नदी का कोई अस्तित्व ही नहीं दिख रहा किंतु इंदौर कलेक्टर की रिपोर्ट में नदी में कोई अतिक्रमण नहीं है ऐसा बताया है इस विषय की भी जांच होगी शिप्रा मंदिर शिप्रा मंदिर उद्गम स्थल है वहां से ग्राम सोनवाया एवं शिप्रा कुंड के बीच अतिक्रमण हुआ है एनजीटी की तरफ से नियुक्त एडवोकेट हासिल जैन एवं सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों इस तथ्य की करेंगे जांच कल कोर्ट कमिश्नर द्वारा इंदौर कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्राप्त 10:00 बजे जिले के प्रमुख अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई है जिसमें इस विषय को लेकर होगी चर्चा वहां से यह लोग जांच दल सभी बिंदुओं की करेगा जांच बैठक में निम्न अधिकारियों को बुलाया है 1 वन मंडल अधिकारी इंदौर 2 क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड,3 सहायक संचालक मत्स्य उद्योग इंदौर 4 प्रभारी अधिकारी धर्मस्य विभाग इंदौर 5 इंदौर मुख्य कार्यपालन अधिकारी 6 अनुविभागी 7 उपसंचालक कृषि विभाग , किसान कल्याण 8 विभागआयुक्त नगर पालिका निगम 9 कार्यपालन यात्रि जल संसाधन विभागमुख्य10 नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद सांवेर
शिप्रा प्रदूषण को लेकर प्रदेश के चारों जिलों इंदौर उज्जैन देवास और रतलाम में सेंट्रल की कमेटी कर रही है परीक्षण याचिका करता सचिन दवे पूर्व एबीपी केंद्र कार्य समिति सदस्य एसएफडी राष्ट्रीय प्रमुख नर्मदा प्रदूषण पर भी याचिका में सफलता रही उज्जैन के लिए जो कमेटी बनी है उसमें राहुल कुमार एडवोकेट सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी एवं डीएम उज्जैन इंदौर के लिए जो कमेटी बनी है उसमें एडवोकेट हासिल जैन सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी एवं इंदौर कलेक्टर हैं देवास के लिए जो कमेटी बनी है उसमें एडवोकेट तरुण कुमार सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी एवं देवास कलेक्टर रहेंगे रतलाम के लिए जो कमेटी बनी उसमें आशीष सिंह सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी एवं रतलाम कलेक्टर रहेंगे इन सबको अपनी रिपोर्ट अगली 4 अक्टूबर को होने वाली सुनवाई में एनजीटी में प्रस्तुत करना है

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे