उज्जैन निर्मला महाविद्यालय शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास एवम् एसोसिएशन ऑफ इंडियन कॉलेज प्रिंसिपल के संयुक्त तत्वावधान में होने जा रही है राष्ट्रीय संगोष्ठी को लेकर आयोजक को लेकर प्राचार्य डॉक्टर कीर्ति डिडी ने प्रेस क्लब पर पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया

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उज्जैन निर्मला महाविद्यालय मे, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास एवं एसोसिएशन ऑफ इंडियन कॉलेज प्रिंसिपल्स के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: कार्यान्वयन एवं चुनौतिया” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 16 दिसम्बर 2012 को किया जा रहा है। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी के शुभारंभ में माननीय, डॉ. मोहन यादव, उच्च शिक्षा मंत्री मध्यप्रदेश शासन मुख्य अतिथि एवं डॉ. अखिलेश कुमार पांडेय, कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, प्रो. विजयकुमार सी.जी., कुलपति महर्षि पाणिनी संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय, उज्जैन, विशिष्ट अतिथि रहेंगे एवं इस राष्ट्रीय संगोष्ठी की अध्यक्षता उज्जैन कैथलिक धर्मप्रांत के धर्मगुरु डॉ. सेबस्टियन वडक्कल करेंगे। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर रविन्द्र रामचन्द्र कन्हेरे, निदेशक प्रवेश व शुल्क नियामक समिति, मध्यप्रदेश नीति व्यवसायिक शिक्षण संस्था, भोपाल मध्यप्रदेश, श्री अशोक जी कडेल, निदेशक हिंदी ग्रंथ अकादमी भोपाल, प्रोफेसर अर्पण भारद्वाज, अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा विभाग, उज्जैन | यह राष्ट्रीय संगोष्ठी शिक्षा नीति के सभी आधार स्तंभों को स्पर्श करती हुई नए कीर्तिमान स्थापित करेगी एवं राष्ट्र निर्माण में अपनी महती भूमिका का निर्वहन करेगी। संगोष्ठी का उद्देश्य शिक्षाविदों में नए अनुसंधान क्षेत्रों का पुन निर्माण करना है एवं प्राचीन ज्ञान को भविष्य के विचारों से जोड़ना है। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी के माध्यम से नए शोध एवं नवोन्मेष प्राप्त होंगे इस राष्ट्रीय संगोष्ठी की रुपरेखा ।। नवम्बर 2022 को रखी गई एवं 30 दिन से भी कम समय में महाविद्यालय परिवार द्वारा इस संगोष्ठी को मूर्त रूप दिया गया। इस • राष्ट्रीय संगोष्ठी में 500 से भी अधिक पंजीयन एवं 168 शोध आलेख प्राप्त हुए हैं। यह सभी शिक्षाविद राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत उच्च शिक्षा संस्थानों के गुणात्मक कार्य में प्रतिमान बदलाच, बहुविषयक शिक्षा और अनुसंधान, अभिनव शैक्षणिक दृष्टिकोण और मूल्याकंन, शिक्षा का डिजिटलीकरण पर विचार विमर्श कर शिक्षानीति के क्रियान्वयन एवं चुनोतियों के सफल संचालन का प्रयास करेंगे। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में 4 तकनीकि सत्र प्राचार्यों शिक्षकों, शोधार्थीयों एवं विद्यार्थियों के लिए आनलाईन एवं ऑफलाइन आयोजित होगें एवं सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले को पुरस्कृत किया जाएगा। विषय “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: कार्यान्वयन एवं चुनौतिया सम्मेलन के उप-विषय हैं: उच्च शिक्षा संस्थानों के गुणात्मक कार्य में प्रतिमान बदलाव 2. बहुविषयक शिक्षा और अनुसंधान 3. अभिनव शैक्षणिक दृष्टिकोण और मूल्यांकन 4. शिक्षा का डिजिटलीकरण लाभ-हानि। । 5. हितधारकों के लिए अवसर और महत्त्वपूर्ण विचार 16. पर्यावरणीय स्थिरता। 7 आकलन और प्रत्यायन। यह सभी कार्य माननीय उच्च शिक्षा मंत्री जी की प्रेरणा का ही प्रभाव है कि हम इस कार्य को संपादित कर रहे हैं। आइए हम सभी इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति को उत्सव के रूप में खुले दृष्टिकोण से मनाए।
इस इस आयोजन में उपस्थित डायरेक्टर फादर डॉक्टर एंथनी जोसेफ निरपल प्रोफेसर राकेश डोंट फादर जोरा कुलाट आदि उपस्थित थे ।

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