उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने दीपवाली कार्यक्रम में 23 अक्टूबर 2022 दोपहर उज्जैन जय गुरुदेव आश्रम पिंगलेश्वर आश्रम में दिए व बताया कि इस शरीर में जो चीज डालोगे उसी का खून बनेगा। मांसाहार करने से खून दूषित हो जाएगा फिर उस अशुद्ध शरीर से हाथ से फूल पत्ती प्रसाद चढ़ाएगा, मांसाहारी मुंह से स्तुति पूजा-पाठ करेगा तो कुबूल नहीं होगा। इसीलिए हर साल लक्ष्मी गणेश की पूजा करते हैं लेकिन लक्ष्मी खुश होती हैं?
*लक्ष्मी कैसे खुश होती हैं*
जो मेहनत ईमानदारी की कमाई करके उनको लगाता है, खुशी से रखता है, अच्छे काम में लगाता है उसके ऊपर खुश हो करके रुक जाती हैं।
जो गलत जगहों पर, बदबू वाली जगहों जैसे शराब की दूकान पर लक्ष्मी को फैंक आता है, लक्ष्मी को भी शर्म आती है कि यहां हमको फेंक गया। शराबी के पास लक्ष्मी पैसा नहीं रुकता है, कभी नहीं। इसलिए शाकाहारी रहो और नशे का सेवन मत करो।
*त्योंहार पर संकल्प बनाओ, अंडा-मांस, शराब आदि नशों का सेवन छोड़ो*
सतसंग को देखने सुनने वालों को आज के दिन दीपावली में यह संकल्प बनाना चाहिए कि हम पशु-पक्षियों का मांस नहीं खाएंगे जिससे हमारी बुद्धि व खून खराब हो, शरीर अपवित्र हो जिससे हमारा पूजा पाठ प्रभु कबूल न करें, न खुश हों। भांग, अफीम, कोकीन शराब आदि नशे की चीजें छोड़ो। तंबाकू हुक्का बीड़ी सिगरेट से तो होश में रहेगा, पहले लोग दवा के रूप में पीते थे। खाने के बाद गैस दूर करने के लिए हुक्का पीते थे। अगर आपको भजन करना है तो उसको भी छोड़ना पड़ेगा। गुरु महाराज कहा करते थे बीड़ी हुक्का सिगरेट तंबाकू चिलम बीड़ी पिया ही नहीं। जब गुरु महाराज नहीं पिए तो हम कहां खाए-पिये होंगे? हम तो हाथ से छुए तक नहीं। 8 मार्च 1974 को होली थी। सतसंग में जाते थे तो हमसे जो सीनियर थे, कहा करते थे कि त्योहारों के दिन कुछ चीज छोड़ी जाती है। कुछ कमी होती है तो छोड़ दिया जाता है। जिसको बुरा समझते हैं यह चीज छोड़ेंगे तभी हमारा काम होगा तो उसको छोड़ दिया जाता है। अगर भजन करना है तो नशे की चीजों को छोड़ना पड़ेगा।
2022-10-23