श्रावण की पहली कावड़ यात्रा, 11 किमी की दूरी तय कर पहुंचे महाकाल मंदिर बाबा को त्रिवेणी का जल अर्पित कर लोगों के स्वास्थ्य, अमन चैन तथा शांति की कामना की

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श्रावण की पहली कावड़ यात्रा, 11 किमी की दूरी तय कर पहुंचे महाकाल मंदिर बाबा को त्रिवेणी का जल अर्पित कर लोगों के स्वास्थ्य, अमन चैन तथा शांति की कामना की
उज्जैन श्रावण में पहली कावड़ यात्रा शुक्रवार को त्रिवेणी स्थित शनि मंदिर से निकली। इसमें सैकड़ों कावड़ यात्री व श्रद्धालु शामिल हुए। करीब 11 किमी की यात्रा पूरी कर कावड़ यात्री महाकाल मंदिर पहुंचे। रास्ते में मंचों से कावड़ • यात्रियों का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। कोरोना काल के चलते कावड़ यात्रा केवल प्रतीकात्मक रूप से निकाली जा रही थी। • समर्पण कावड़ सेवा समिति द्वारा कावड़ यात्रा त्रिवेणी घाट शनि मंदिर से महाकालेश्वर मंदिर तक निकाली गई। इसमें महामंडलेश्वर उत्तम स्वामीजी महाराज, विनीत गिरिजी महाराज महंत महाकाल मंदिर, काशीनाथ त्यागीजी महाराज महंत पंवासा हनुमान मंदिर व पूर्व सभापति सोनू गेहलोत शामिल हुए। कावड़ यात्रा शनि मंदिर से महामृत्युंजय द्वार से प्रियदर्शिनी चौराहा से चामुंडा माता चौराहा, देवास गेट, मालीपुरा, दौलतगंज, कंठाल चौराहा गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी, हरसिद्धि होते हुए शंख द्वार से महाकाल मंदिर में प्रवेश किया। यहां भगवान श्री महाकालेश्वर के श्री चरणों में त्रिवेणी का जल अर्पित किया। हमारा शहर, हमारा देश, संपूर्ण विश्व धन धान्य व यहां के लोग स्वस्थ्य रहे। संपूर्ण विश्व में अमन चैन और शांति की कामना को लेकर यह कावड़ यात्रा निकाली गई।

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