अखिल भारतीय सफ़ाई मजदूर कांग्रेस ट्रेड यूनियन की 18 सूत्री मागो को लेकर निराकरण अतिशीध् करने की माग है। पत्रकारों को जानकारी देते हुए। बताया ।

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अखिल भारतीय सफ़ाई मजदूर कांग्रेस ट्रेड यूनियन उज्जैन के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओ पी लोट नगर अध्यक्ष गुरूचरण कलोसियी शंकरलाल बोयत प्रान्तीय उपाध्यक्ष कैलाश चावरे प्रान्तीय वरि उपाध्यक्ष ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए। बताया ।
उज्जैन दिनांक 30 अप्रैल कार्यकर्ता साथियों जैसा कि म.प्र. शासन द्वारा विगत काफी समय से हमारी लंबित मांगों के लेकर केवल आश्वासन एवं ढुलमुल रवैये के कारण प्रदेशभर में सफाई कर्मचारियों में रोष का वातावरण बना हुआ है शासन द्वारा आये दिन नये-नये आदेश निकालकर कर्मचारियों का क्रमबद्ध (योजनानुसार) तरीके से शोषण किया जा रहा है जिसको लेकर संगठन ने मांगों को लेकर एक चरणबद्ध तरीके से आन्दोलन की तैयारी आपके समक्ष है।
18 सूत्रीय मांग पत्र सफाई कामगागरों की 2005 से पुरानी पेंशन योजना को पुनः बहाल किया जाये। जैसा कि अन्य राज्यों में योजना को लागू किया है। म.प्र. की समस्त नगर निगम, नगर पालिकाओं से सफाई से ठेका प्रथा समाप्त की जाये। म.प्र. के समस्त सफाई कामगार मित्रों के पद से रोस्टर प्रणाली को समाप्त किया जाये। म.प्र. में वर्ष 1996 से 2007 एवं 2007 से 2017 तक के समस्त दैनिक वेतन भोगी सफाई कामगारों को नियमित किया जाये। म.प्र. के नगर पालिका निगमों में कार्यरत ड्रायवर श्रमिक (वाहन चालक) को ड्रायवर पदनाम के साथ समान वेतन समान पद का लाभ दिया जाये। म.प्र. शासन द्वारा आदर्श कार्मिक संरचना 2014 को समाप्त किया जाये। सफाई कर्मचारियों में कामगार का ड्यूटी रोस्टर पर सफाई कार्य में 5 तरह का वेतन जैसा कि 5000, 7000, 9000, 13000 एवं 18000 का के अलग-अलग क्यों दिया जा रहा है, सभी को एक समान वेतन 20,000 दिया जाये जिससे परिवार का पालन पोषण हो सके। म.प्र. में सफाई कर्मचारियों के सेवा निवृत्त होने पर उसके परिवार के आश्रित एक सदस्य को योग्यता अनुसार नियुक्ति प्रदान की जाये। सफाई कर्मचारियों की 20 से 50 वर्ष सेवाकाल करते हुए उसे स्वेच्छा सेवा निवृत्ति देकर तथा उसके आश्रित को सफाई दार पद या योग्यता अनुसार दी जाये। स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, उप-स्वास्थ्य पर्यवेक्षक व सेनेट्री इन्स्पेक्टर पदों पर सफाई कर्मचारी वर्ग से शिक्षित एवं योग्यता के आधार पर पदोन्नती देकर सम्मा समान वेतनमान दिया जाये। म.प्र. की समस्त नगर निगम व नगर पालिका, नगर परिषद के अन्तर्गत कार्यरत सफाई कर्मचारियों पिता/पति/पत्नि में से सेवा में रहते हुए आकस्मिक होती है तो उस परिवार के किसी एक बालिग सदस्य को अनुकम्पा की नियुक्ति प्रदान की जाये म.प्र. शासन द्वारा बजट प्रावधान के अंतर्गत चुंगी क्षतिपूर्ति राशि नगर निगम, नगर पालिकाओं को दी जाती थी उसकी पुनः बहाली की जाये, जिससे स कर्मचारियों को दी जाने वाली सुविधाओं में व्यावधान उत्पन्न न हो सके। नगर पालिका / नगर निगमों में सफाई कामदारों के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती से नियुक्त की जाये। नियुक्ति पर रोस्टर प्रणाली को खत्म किया जाये क्योंकि रो प्रणाली के तहत अन्य वर्ग के लोग सफाई कामगार पद पर भर्ती होते है, परंतु सफाई कार्य नहीं करते है, म.प्र. शासन द्वारा प्रोफेशनल एग्जामिशन बोर्ड भर्ती की जा रही है उसे समाप्त की जाये। सफाई दरोगा सेनेटरी इस्पेक्टर एवं स्वास्थ्य अधिकारी के समस्त रिक्त पदों पर सफाई कामदार वर्ग के शिक्षित योग्य कर्मचारी पद पर उन्नती दी जाये एवं भर्ती में भी सफाई दार सफाईदार वर्ग को ही प्राथमिकता दी जाये। पी.ई.पी. बोर्ड से शासन द्वारा जो भर्ती की जा रही है। उसको तत्काल प्रभाव से बन्द कि जाये। संचालनालय के पत्र क्रमांक स्था/1/2000/5481दि. 3.4.2000 द्वारा सफाई कामदारों का वेतन प्रत्येक 5 तारीख तक भुगतान किये जाने निर्देश प्रसारित किये गये है। उक्त आदेश की नगर पालिका, नगर निगम द्वारा अव्हेलना की जा रही है। समय पर वेतन कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है, संब पर तुरंत रोक लगाई जाये। सफाई कामदारों के भविष्य निधि की राशी उनके खातों में जमा करने संबंधी निर्देश प्रसारित किये जाने चाहिये। नगरों के विस्तारीकरण एवं भर्ती जनसंख्या को दृष्टिगत रखते हुए नगर की सफाई हेतु कामदारों के पदों में बढ़ोतरी की जाये तथा नियमित करने हेतु पालिका द्वारा एक लम्बे समय से प्रस्ताव संचालनालय को भेजे गए हैं, जो कि विभाग में लंबित है, उन्हें स्वीकृत कर नगर निगम एवं पालिकाओं को भेजने की व्यवस्था क जाये। ज राष्ट्रीय सफाई कर्मचारील वित्त विकास निगम की भांती म.प्र. शासन द्वारा म.प्र. सफाई कर्मचारी वित्त विकास निगम द्वारा गठित किया जाये। म.प्र. में नगर निगम एवं नगर पालिकाओं में समस्त सफाई कर्मचारियों से राष्ट्रीय त्यौहारों पर कार्य करवाया जाता है, जबकि नगर पालिका, नगर निगम के अन्न विभागों के कर्मचारियों को अवकाश प्रदान किया जाता है, जो सफाई कर्मचारियों के प्रति अन्याय है, यदि त्यौहारों पर सफाई कार्य करवाया जाता है तो सभी सफाई कर्मचारियों को विशेष भत्ता प्रदान किया जाये। मनोहर गोहर संमभागी महामंत्री राजेन्द्र सरसवाल नगर कार्यवाही अध्यध विऱैदृ गोसर आदि उपस्थित थे।

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