भोपाल मुख्यमंत्री निवास पर उज्जैन के साधु संतों के साथ उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मुलाकात की।*

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उज्जैन। पुण्यसलिला माँ शिप्रा नदी में खान नदी का दूषित पानी मिलने को लेकर प्रदेश मुखिया शिवराज सिंह चौहान एक्शन मोड में आ गए हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री निवास पर उन्होंने उज्जैन के प्रमुख साधु संतों के साथ बैठक की और कहा कि त्रिवेणी पर स्थाई डैम व कैनाल का निर्माण करेंगे। ताकि खान के दूषित जल से शिप्रा मेली ना हो। इसके लिए सीएम ने जल संसाधन विभाग के ईएनसी की अगुवाई में आला अधिकारी यों की टीम बना दी है। जो जल्द ही उज्जैन के साधु-संतों व जनप्रतिनिधियों के साथ मौका मुआयना कर प्रोजेक्ट तैयार करेगी। सीएम ने साधु-संतों व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में करीब 1 घंटे तक इस मुद्दे पर चर्चा की।संतो ने शिप्रा नदी के प्रदूषण को लेकर रखी अपनी बातें।
खान नदी में इंदौर के कल कारखानों व ड्रेनेज का गंदा पानी त्रिवेणी से होकर शिप्रा नदी में मिलता है। इससे प्रमुख घाटों तक काला व दूषित पानी पहुंचता है और लोगों की धार्मिक आस्था आहत होती है। इस मुद्दे को लेकर गत दिनों शहर के साधु-संतों ने दत्त अखाड़ा घाट पर चरणबद्ध आंदोलन किया था इसके बाद मंत्र यादव व आला अधिकारीयों ने यह भरोसा दिया था कि वे जल्दी सीएम से इस मुद्दे पर चर्चा कराएंगे। शनिवार को सीएम हाउस पर हुई बैठक में साधु संतों ने एक सुर में कहा कि खान नदी का पानी रोकने के लिए अब स्थाई उपाय किए जाएं। पहले भी खान डायवर्शन योजना के नाम पर करोड़ों रुपए लग चुके हैं लेकिन उसका फायदा नहीं मिलने से सरकारी धन की बर्बादी हुई है। जिस पर सीएम ने कहा कि अब हम कोई ठोस प्लानिंग बनाएंगे जिससे समस्या का स्थाई निदान हो सके।
एक सुर में बोले संत स्थाई हो समाधान
उज्जैन से गए शिव शंभू सन्यासी मंडल के अध्यक्ष महंत रामेश्वर गिरी, रामादल अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर दास व अन्य संतों ने एक सुर में कहा कि इस समस्या का स्थाई हल ढूंढा जाए। पहले की तरह कोई ऐसी प्लानिंग ना बने जिससे कि सरकारी धन की बर्बादी हो। इस दौरान जूना अखाड़ा नीलगंगा के थाना पति महंत देव गिरि महाराज, आवान अखाड़े के थानापति महंत सहजानंद गिरी, अटल अखाड़ा के महंत प्रेम गिरी जी, अग्नि अखाड़े के महंत राजेश्वरानंद ब्रह्मचारी सहित अन्य प्रमुख संत मौजूद रहे
मंत्री यादव के निवास पर सहभोज
सीएम हाउस से निकलने के बाद उज्जैन के साधु संतों का भोपाल स्थित मंत्री मोहन यादव के निवास पर संभव हुआ। मंत्री यादव के प्रयासों से ही सीएम से साधु संतों की महत्वपूर्ण चर्चा हो सकी है। बैठक दौरान जल संसाधन व अन्य विभागों के आला अधिकारी भी मौजूद रहे।

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