उज्जैन नगर निगम पानी के टैंकर से हो रहा *डीजल चोरी*षड्यंत्र पुर्वक फँसाए जाने पर पीड़ित निगम कर्मचारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाया आरोप

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मैं गौरव बाली पिता श्री किशोर बाली नगर निगम में प्रभारी अस्थायी चालक के पद पर नगर निगम के जोन 3 में पिछले 3 वर्षों से कार्यरत हूँ व निगम में मुझे निगम में नोकरी करते हुए 10 वर्ष हो चुके है, मैंने निष्ठा व ईमानदारी से पिछले इतने वर्षों में निगम में कार्य करा है, कोरोनकाल में भी अपनी सेवाए सतत दी है।
13 नवंबर को एक कूटरचित वायरल वीडियो के माध्यम मेरी छवि को खराब करने का प्रयास किया गया है, जिसमे ऐसा प्रदर्शित किया गया है मैं टैंकर से डीजल चोरी कर रहा हूँ जो कि पूर्णतः असत्य है, उस दिन सुबह ही मैंने अपने उच्च अधिकारी वाहन प्रभारी उमेश सिंह बैस को टैंकर से डीजल लीक होने के जानकारी दी थी, उन्होंने मुझे टैंकर से डीजल निकाल कर “एमसिल लगाने की सलाह दी, उसी सलाह पर मैंने निगम की सब्जी मंडी आर्य समाज रोड पर टैंकर को खड़ा करके डीजल निकाला और उसके पश्चात “एमसिल” लगाई, पर उसी समय पास स्थित मल्टी की चौथी मंजिल से षड्यंत्र पूर्वक पूर्वाग्रह से ग्रसित कांग्रेस नेता सुनील कछवाय ने वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया। पिछले कुछ वर्षों में कछवाय ने मेरे बड़े भाई नितेश बाली के खिलाफ भी कई झूठे प्रकरण दर्ज करवाए है, कछवाय अपने राजनैतिक रसूख के चलते हमारे परिवार को अलग-अलग तरह से परेशान करते रहते है। इस वीडियो को लेकर भी कॉंग्रेस नेता सुनील कछवाय ने षड्यंत्र पूर्वक खुद की मल्टी से बनाया और निगम के उपयंत्री विजय गोयल के साथ मिलकर मुझ पर झूठा प्रकरण दर्ज कराने की साजिश रची, जबकि मैंने अपने अधिकारी उमेश जी के कहने पर जहाँ में सुलभ शौचालय टंकी भरने
प्रतिदिन जाता हूँ वहाँ पर डीजल निकाल कर एमसिल लगाई,
कांग्रेस नेता कछवाय ने निगम के अधिकारी विजय गोयल व सुनील जैन
के साथ साजिश रची व मीडिया में कूटरचित वीडियो वायरल किया ।
मेरा परिवार गरीब है, मैं बमुश्किल मेहनत-मजदूरी कर 8000 की तनख्वा में अपने परिवार का लालन-पोषण कर पाता हूँ, इस वीडियो से व दर्ज हुए झूठे प्रकरण से मैं व मेरा परिवार मानसिक रूप से टूट चुका है, मेरे परिवार व मेरी बदनामी भी हुई है, लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर मुझे विश्वास है, मैं डीजल चौर नही हूँ, मुझे न्याय दिलाने की कृपा करें। मैंने अपना जीवन ईमानदारीपूर्वक जिया है, आगे भी मैं ईमानदारी व निष्ठा से नोकरी करना चाहता हूँ, मुझे मेरी खोई हुई इज्जत व नोकरी वापिस मीडिया ही दिला सकती है,। यह जानकारी एक निजी परिसर में दी कृपया मुझे न्याय दिलाये

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