क्रमवार 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ 15 सितम्बर से नवीन शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ होंगे, ऑफलाइन एवं ऑनलाइन कक्षाओं के लिये अलग-अलग समय-सारणी का निर्माण किया जायेगा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव मीडिया से हुए रूबरू*
विद्यार्थियों को अपने विषय क्षेत्र को अध्ययन के साथ ही अपनी रुचि और व्यवसायिक दक्षता अर्जित करने की दृष्टि से अन्य विषयों के चयन का विकास प्राप्त हो रहा है। सीबीसीएस पद्धति में मुख्य विषय के साथ स्किल बेस्ड एवं केशनल कोर्स भी समाहित किए गए गए हैं। यूजीसी के नवीन मानदंडों के अनुरूप प्रत्येक कोर्स के क्रम को अलग-अलग क्रेडिट्स में तैयार किया गया है।
सीबीसीएस बी तहत विद्यार्थियों को विभिन्न सेमेस्टरों में अपनी रुचि के अनुरूप प्रश्नपत्र पढ़ने की छूट मिल रही है। पाठ्यक्रम में नई विषय सामग्री भी शामिल की गई है, जिससे विद्यार्थीगण परम्परागत पाठ्यक्रमों में हाल के वर्षों में वैश्विक स्तर पर हुए बदलावों जुड से भी रहे हैं। इस पद्धति में विद्यार्थियों के सतत परीक्षण, विकल्प आधारित कॉमनवेटिंग सिस्टम व्यावसायिक क्षमता एवं कौशल आधारित पाठ्यक्रम जैसी अनेक विशेषताएं हैं। विश्वविद्यालय द्वारा दिनांक 24 से 26 अगस्त 2021 तक कॅरियर काउंसलिंग एवं प्रवेश उत्सव का आयोजन विश्वविद्यालय परिसर, देवास रोड स्थित वाग्देवी भवन में प्रतिदिन प्रातः 11 से साया 4 30 बजे तक किया गया। इस विशिष्ट कार्यक्रम के माध्यम से साढ़े छह सौ से अधिक युवा लाभान्वित हुए। इस शिविर के दौरान कला, समाज विज्ञान, कृषि इंजीनियरिंग व्यवसाय प्रधान, विज्ञान जीव विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, वाणिज्य शारीरिक शिक्षा, नॉन फॉर्मल एजुकेशन फोरेसिक साइंस फूड टेक्नोलॉजी विधि आदि संकाय और विषय क्षेत्रों से जुड़े पचहत्तर से अधिक विशेषज्ञ परामर्शदाताओं से युवा वर्ग को उनके करियर एवं विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के संबंध में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया नए सत्र में विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास, कैरियर गाइडेंस और प्लेसमेंट के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। विभिन्न पाठ्यक्रमों से संबन्धित विस्तृत विवरण विक्रम विविद्यालय की वेबसाइट vikramuniv.ac.in से प्राप्त
किया जा सकता है।
117 शासकीय महाविद्यालयों में 459 डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम स्वीकृत
उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश के 117 शासकीय महाविद्यालयों में 459 डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम स्वीकृत किए गए हैं। विद्यार्थियों को रोजगार मूलक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से अलग-अलग विषयों में अतिरिक्त सर्टिफिकेट और डिप्लोमा प्रारंभ किए जा रहे हैं। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में सव 2021-22 से स्नातकोत्तर के 50 स्नातक के 23 पीजी डिप्लोमा के 30 डिप्लोमा के 34 और सर्टिफिकेट के 44, नवीन पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जा रहे हैं। नवीन
सम्र में 130 से अधिक पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जा रहे हैं। विक्रम विश्वविद्यालय की विभिन्न अध्ययनशालाओं एवं संस्थानों में नवीन पाठ्यक्रम (सत्र 2021-22) विक्रम विश्वविद्यालय के नवीन सत्र 2021-22 में स्नातकोत्तर के 19, स्नातक के 13, पीजी डिप्लोमा के 30, डिप्लोमा के 23 एवं सर्टिफिकेट के 43 कुल 130 से अधिक नवीन पाठ्यक्रम प्रारम्भ किये गए हैं, जिसमें प्रमुखत निम्नानुसार हैं
• कृषि विज्ञान अ.शा. में बी.एससी (ऑनर्स) एग्रीवाल्वर बी.एससी (ऑनर्स) हॉर्टिकल्चर, बी.एससी (ऑनर्स) फॉरेस्ट्री एम.एससी एग्रीकल्चर एम.एससी. हार्टिकल्चर एम.एससी. फॉरेस्ट्री
● कम्प्यूटर विज्ञान संस्थान में एम.एससी. कम्प्यूटर साइंस विथ डाटा साईस. एम. एससी कम्प्यूटर साइंस विध ए आई एंड मशीन लर्निंग, एम.एससी. कम्प्यूटर साइंस विथ इन्फॉरमेशन सिक्योरिटी एम.एससी. इन्फारमेशन टेक्नॉलॉजी, बीसीए (ऑनर्स), बी.एससी कम्प्यूटर साईस (ऑनर्स)
• राजनीति विज्ञान एवं लोक प्रशासन अध्ययनशाला में बी.ए. ऑनर्स पुलिस साईंसे
• विधि संकाय अ.शा. में एल.एल. एम. 2 वर्षीय पी.जी. कोर्स, मास्टर ऑफ ला इन सायबर लॉ एंड इन्फारमेंशन
• स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी संस्थान मे एम.टेक. डिजिटल कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, एम.टेक. थर्मल इंजीनियरिंग, एम टेक, स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग, एम.टेक. पॉवर सिस्टम ऑटोमेशन इंजीनियरिंग, बी.टेक. इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग
• भौतिकी शास्त्र अ.शा. में एन.एससी. इलेक्ट्रॉनिक
• रसायनशास्त्र एवं जैवरसायन शास्त्र अशा में पीजी डिप्लोमा इन फूड सेफ्टी एंड क्वालिटी
• फॉर्मेसी संस्थान में एम. फार्मा इन फार्मास्यूटीक्स कन्ट्रोल