भेदभाव भूलकर अच्छे नागरिक बने बच्चे …. शुभ सार्थक दीपावली का सही उद्देश्य यही है । जिनको जरूरत उनके हाथ में पहुंची मिठाई देख बच्चों के चेहरे पर मुस्कान आई …. स्वर्णिम भारत मंच ने “शुभ सार्थक दीपावली” मनाई

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उज्जैन: दीपावली के अवसर पर ज़रूरतमंद लोगों के बीच जाकर “शुभ सार्थक दीपावली” का आयोजन स्वर्णिम भारत मंच द्वारा किया गया ।। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले सैकड़ों समाज के जरूरतमंद बच्चों को पटाखे, मिठाई, और चप्पलें वितरित की गई ।
हर साल की तरह इस बार भी स्वर्णिम भारत मंच के द्वारा शुभ सार्थक दीपावली के आयोजन के माध्यम से उन बच्चों के चेहरे पर खुशी लाने का प्रयास किया है जिनके पास इस त्योहार को मनाने के लिए साधन नहीं थे ।
भेदभाव छोड़कर कर अच्छे नागरिक बने बच्चे ….
स्वर्णिम भारत मंच के अध्यक्ष दिनेश श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी स्वर्णिम भारत मंच के द्वारा जरूरतमंद बच्चों को जिनके हाथ इस दीपावली पर खाली रहते हैं । यदि उन्हें समाज के लोग आकर उनको मिठाई पटाखे देते हैं तो उनके मन में समाज के प्रति एक आस्था और सम्मान की भावना पनपती है । वह बड़े होकर भेदभाव में मिटाकर अच्छे नागरिक बनते हैं पांव में चप्पल हाथ में पटाखे देख खुशी से खूम उठे बच्चे …..स्वर्णिम भारत मंच का यह प्रति वार्षिक संकल्प है कि वे बस्तियों में जाकर ऐसे बच्चों के साथ दीपावली का उत्सव मनाएं, जो अभाव ग्रस्त जीवन जी रहे है ताकि हर वर्ग को त्योहार की खुशियों का अनुभव हो सके। बच्चे चप्पलें ,मिठाई ,पटाखे पाकर खिल उठे । वितरण करने के अवसर पर रितेश पाठक , संजय श्रीवास्तव,शक्ति वर्मा,चेतन श्रीवास्तव, रेखा सिलावट आदि मौजूद रहे ।

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