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यादें रफी कीचढ़ती जवानी मेरी चाल मस्तानी चुरा लिया है तुमने दिल को नजर नहीं चुराना सनम तेरी रब ने बना दी जोड़ी एक तू हां कर या ना कर यारा

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उज्जैन दिनांक 31 जुलाई गुरुवार शाम मोहम्मद रफी को स्वरांजली
नजर न लग जाए किसी की राहों में, छुपा के रख लूं आ तुझे निगाहों में…. चढ़ती जवानी तेरी चाल मस्तानी…. परदा है परदा…. अब आन मिलो सजना…. काली घटा छाई प्रेम रुत आई… चुरा लिया है तुमने जो दिल को. नजर नहीं चुराना सनम…। ख्यात पार्श्व गायक मोहम्मद रफी के कुछ ऐसे हो सदाबहार गीतों की प्रस्तुति देते हुए गुरुवार रात शहर के कलाकारों ने मोहम्मद रफी को स्वरांजलि दी। मोहम्मद रफी की पुण्यतिथि (31 जुलाई) पर महाकाल गण वाहिनी द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस बार भी सांगीतिक अनुष्ठान यादें रफी कार्यक्रम आयोजित किया गया। देवास रोड स्थित शर्मा परिसर में हुए इस कार्यक्रम में महाकाल गण वाहिनी के अध्यक्ष पं. शैलेंद्र व्यास के अलावा महेश मोयल, गौरीशंकर
दुबे, मुरलीधर शर्मा, मो. रईस चमन, ) मनोज सारवान, अमित शर्मा, गुड्डू भाई, जितेंद्र सेइवाल, नवतेज सिंह, शैलेंद्र जैन, दिनेश मरमट, मन्नू मास्टर, अली हैदर, अर्जुन मकवाना, अमरनाथ दुबे, राजेश सोनी, विवेक भारद्वाज, प्रीति दीक्षित, निमिषा किल्लेदार, मनीषा राव आदि कलाकारों ने मोहम्मद रफी के 30 से अधिक सदाबहार गीतों की प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में गायक और संगीतकार योगेश यादव को इस वर्ष के रफी अवार्ड से सम्मानित किया गया। वहीं अष्टविनायक मंदिर का निर्माण करने वाले समाजसेवी, गायक और अभिनेता पं. हेमंत व्यास को महाकाल गण सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सभी कलाकारों ने लाइव अर्किस्ट्रा पर गीतों की प्रस्तुतियां दी।

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