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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के संकल्प से सिद्धि के गौरवशाली 11 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने पत्रकार वार्ता को किया संबोधित

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– प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार जन-आधारित और पारदर्शी शासन की प्रतीक है
– मोदी जी ने पिछले 11 वर्षों में आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नींव रखी है अनुच्छेद 370 हटाना, तीन तलाक को समाप्त कर महिलाओं को 33 प्रशित आरक्षण देने का निर्णय लिया
– 11 वर्ष पहले देश तुष्टिकरण की राजनीति में डूबा था, अब पॉलिटिक्स ऑफ परफार्मेंस की संस्कृति बनी
– अब देश की जनता भी कहने लगी है कि मोदी हैं तो मुमकिन है
– मोदी सरकार रिफॉर्म, परफार्म और ट्रांसफार्म की अवधारणा को चरितार्थ कर रही है श्री जगदीश देवड़ा
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के संकल्प से सिद्धि के गौरवशाली 11 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर उज्जैन नगर में आयोजित पत्रकार-वार्ता को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार जन-आधारित और पारदर्शी शासन की प्रतीक है, जिसने बीते 11 वर्षों में आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नींव रखी है। इसी कारण हम ‘विकसित भारत’ और ‘अमृतकाल’ को जमीन पुर उतरते हुए देख रहे हैं। पिछले 11 वर्षों में भारत ने गरीब और जन कल्याण के अभूतपूर्व कार्य किए गए हैं। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार रिफॉर्म, परफार्म और ट्रांसफार्म की अवधारणा को चरितार्थ कर रही है। वर्ष 2014 से पहले देश तुष्टिकरण और विभाजन की राजनीति में डूबा था, लेकिन मोदी जी के नेतृत्व में अब पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस की संस्कृति स्थापित हुई है। अब न्यू नॉर्मल, न्यू ऑर्डर बन चुका है। आज देश की जनता भी कह रही है कि “मोदी हैं तो मुमकिन है।“ आम आदमी की सोच बन गई है कि मोदी जी समस्याओं का समाधान करेंगे। प्रधानमंत्री जी ने राष्ट्रहित में अनुच्छेद 370 को हटाना, तीन तलाक को खत्म करना, नया वक्फ कानून और सीएए लागू करना तथा विधायी निकायों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण जैसे साहसिक और ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीति में अब निर्णायकता और आक्रामकता एक ‘न्यू नॉर्मल’ बन गई है। सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक छवि को दुनिया भर में स्थापित किया है। पिछले 11 वर्षों में मोदी सरकार ने एससी-एसटी-ओबीसी समेत समाज के सभी वर्गों के सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी है। महिलाओं को नेतृत्व में लाने के लिए उन्हें सेना, शिक्षा, रोजगार और स्वरोजगार के हर क्षेत्र में अवसर दिए गए हैं। देश नक्सलवाद के खात्मे की ओर बहुत तेजी से बढ़ रहा है। केंद्र सरकार ने एससी-एसटी-ओबीसी समेत समाज के सभी वर्गों के सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी है।
मोदी सरकार ने असंभव को संभव कर दिखाया है उपमुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी कीसरकार ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के संकल्प के साथ अनुच्छेद-370 को हटाकर असंभव दिखने वाले काम को संभव कर दिखाया। हमारी सरकार हमेशा ही साहसिक और ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। नया वक्फ कानून और सीएए लागू करना तथा विधायी निकायों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। बीते 11 वर्षों में मोदी सरकार ने हर चुनौती का निर्णायक जवाब दिया और चुनौतियों को अवसर में बदलने का कार्य किया है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों ने गरीबी हटाओ को नारा दिया दिया था, लेकिन गरीबी को हटाने के लिए कोई कार्य नहीं किया। प्रधानमंत्री जी ने गरीबी हटाने को मिशन के रूप में लिया भारत में पिछले 11 वर्षों में 27 करोड़ लोग गरीबी की रेखा से बाहर आए हैं। पहले की सरकार केंद्र से गरीबों के लिए एक रूपए भेजती थी तो गरीबों तक 15 पैसे ही पहुंचते थे, यह बात कांग्रेस के तत्कालीन प्रधानमंत्री ने ही कहा था। प्रधानमंत्री जी ने डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर योजना के जरिए 3.9 लाख करोड़ रूपए के लीकेज को रोका। आज केंद्र सरकार गरीबों के लिए एक रूपए भेजती है तो हितग्राहियों को पूरे 100 पैसे मिल रहे हैं। राज्यों के टैक्स कलेक्शन में 283 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। श्री मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार हमेशा ही साहसिक और ऐतिहासिक फैसले लिए हैं,  नया वक्फ कानून और सीएए लागू करना तथा विधायी निकायों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण इसके उदाहरण हैं। देश में 126 नक्सल प्रभावित जिले थे, जो अब घटकर 18 रह गए हैं। हिंसा में 53 प्रतिशत, सुरक्षा बलों की हताहत संख्या में 72फीसदी और कुल मृत्यु दर में 70 प्रतिशत की कमी आई है। भारत नक्सलवाद के खात्मे की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है।मोदी जी के सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के कार्य स्वर्णिम अच्छरों में लिखा जाएगा*
उपमुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि वर्ष 2014 से पहले देश में भ्रष्टाचार से ग्रस्त सरकार थी। पिछले 11 वर्षों में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के ऐसे कार्य किए हैं, जिन्हें स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में “विकसित भारत” की संकल्पना सशक्त कदम से सिद्धि की ओर तेजी बढ़ रहा है। देश की सुरक्षा सुदृढ़ होने के साथ ही राजनीतिक संस्कृति को बदलकर नया रूप दिया है। वर्ष 2014 से पहले देश तुष्टिकरण की राजनीति में डूबा हुआ था। समाज को विभाजित करना, फूट डालो और राज करो राजनीतिक संस्कृति का प्रमुख हिस्सा बन गया था। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश की राजनीतिक संस्कृति में बदलाव आया है, अब पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस, जवाबदेह और जिम्मेदार सरकार वाली राजनीतिक संस्कृति आई। रिपोर्ट कार्ड की राजनीति संस्कृति शुरू हुई, यानी ऐसी सरकार जो अपने कार्यों का लेखा-जोखा जनता के सामने प्रस्तुत करती है। पिछले 11 वर्षों में जो आर्थिक अनुशासन स्थापित किया गया और साहसिक निर्णय लिए गए, वे सभी जनता को साथ लेकर लिए गए। यह सरकार पिछले 11 वर्षों में पारदर्शिता की एक नई मिसाल बन चुकी है। यह एक पारदर्शी और भविष्यदृष्टि वाली, यानी भविष्यवादी सरकार है।
प्रधानमंत्री जी विकसित राष्ट्र बनाने की सोच के साथ कार्य कर रहे हैं* उपमुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि यह सरकार भविष्य को ध्यान में रखकर, देश को आगे की दिशा में ले जाने की सोच के साथ कार्य कर रही है। इसलिए आज हम विकसित भारत की बात करते हैं। इस अमृत काल और बीते 11 वर्षों ने विकसित भारत की नींव रखी है। इस नींव को मजबूत करने के लिए जो भी आवश्यक निर्णय थे, वे सभी लिए गए हैं। आज के समय में 2014 से पहले की ओर लौटने की जरूरत नहीं है, लेकिन यह याद रखना चाहिए कि 2014 से पूर्व की सरकार भ्रष्टाचार और घोटालों में डूबी हुई थी। उस समय नकारात्मकता का माहौल था, जिसमें “कुछ नहीं बदलने वाला“ की सोच व्याप्त थी। लेकिन 2014 में आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद आशावाद ने जगह बनाई। आज भारत का आम नागरिक कहता है कि “मोदी हैं तो मुमकिन है।“ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रति यह धारणा बन चुकी है कि वे समस्याओं का समाधान करेंगे। यह आम नागरिक की सोच बन गई है। इसलिए हम कह सकते हैं कि आशावाद के साथ विकास, आविष्कार और नवाचार ये तीनों बातें जुड़ चुकी हैं। आज हम विकास कर रहे हैं, श्रेष्ठ कार्यपद्धतियाँ अपना रहे हैं और नवाचार भी कर रहे हैं, इस प्रकार विकास के कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के शब्दों में, “विकसित भारत का आधार यही दशक बनेगा।” इसी कार्य के अंतर्गत उनके नेतृत्व में दी गई नीतियाँ – प्रदर्शन, परिवर्तन और सुधार, ये तीन बातें हर नीति में स्पष्ट दिखाई देती हैं। हर नीति में कुछ नया नजर आता है। पुरानी नीतियों में जो बदलाव हुए हैं, वे सुधार की आवश्यकता और परिवर्तन की मांग के कारण किए गए हैं और उनके लिए ठोस कार्य भी किए गए हैं। यह मूलभूत सिद्धांत पिछले 11 वर्षों में अपनाया गया है, जो माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सोच पर आधारित है – “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास।” अनेक चुनौतियाँ आईं, लेकिन इसके बावजूद हमारा मुख्य सिद्धांत हमेशा स्पष्ट और मजबूत रहा है।देश आर्थिक तौर पर लगातर मजबूत होता जा रहा है उपमुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि आर्थिक अनुशासन लाने के लिए मोदी सरकार ने योजनाबद्ध ढंग से फैसले लिए। बजट की प्रस्तुति को एडवांस किया गया, योजना और गैर-योजना व्यय के बीच के भेद को समाप्त किया गया और रेल बजट को मुख्य बजट में समाहित कर समेकित आर्थिक दृष्टिकोण अपनाया गया। इस आर्थिक दूरदर्शिता का परिणाम यह है कि आज भारत दुनिया की टॉप 5 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो चुका है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार भारत अब चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। यह लगातार चौथा वर्ष है जब भारत सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था रहा है। भारत की अर्थव्यवस्था ने न केवल खुद को स्थिर बनाए रखा, बल्कि हर चुनौती का डटकर सामना किया बुरे समय में विदेशों की मदद भारत ने की
श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि जब हम एक उत्तरदायी सरकार की बात करते हैं, तो यह समझना आवश्यक है कि यह सरकार केवल प्रतिक्रियात्मक नहीं रही, बल्कि हर परिस्थिति में सक्रिय रूप से कार्यरत रही है। ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन से न केवल भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस लाया गया, बल्कि अन्य देशों के नागरिकों को भी भारत के झंडे तले सुरक्षित निकासी मिली। कोविड काल में वंदे भारत मिशन के माध्यम से 67 लाख से अधिक लोगों को स्वदेश लाया गया। ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत अफगानिस्तान से नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया। यमन में चलाए गए ऑपरेशन राहत के अंतर्गत न सिर्फ 5 हजार भारतीय नागरिकों, बल्कि 1 हजार से अधिक अन्य देशों के नागरिकों को भी सुरक्षित बाहर लाया गया। नेपाल में आए भूकंप के दौरान भारत की राहत टीम सबसे पहले काठमांडू पहुंची और राहत कार्य प्रारंभ किया। वैक्सीन मैत्री के तहत भारत ने 150 से अधिक देशों को वैक्सीन प्रदान की, जिनमें से कम से कम 48 देशों को यह निःशुल्क दी कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के दौरान भारत ने जिस तरह प्रतिक्रिया दी, वैसा उदाहरण दुनिया में कहीं और देखने को नहीं मिला। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने केविड की लडाई जनता के साथ मिलकर लड़ी*
श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि भारत में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कोविड की लड़ाई जनता के साथ मिलकर लड़ी। उन्होंने यह तय किया कि इस संघर्ष में जनता को साथ लेकर चलना है, और इसी सोच से जनता कर्फ्यू जैसा अभिनव विचार सामने आया। जहां अन्य देशों में लॉकडाउन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए और वैक्सीनेशन का विरोध देखा गया, वहीं भारत अकेला ऐसा देश रहा जिसने 220 करोड़ से अधिक डोज़, वह भी डबल डोज़, पूरी तरह निःशुल्क लगाकर विश्व का सबसे बड़ा और सबसे तेज़ वैक्सीनेशन कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित किया।*प्रधानमंत्री जी ने गरीबों के सपनों को पूरा करने का काम किया* श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने गरीब कल्याण को केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक क्रियान्वयन का विषय बनाया है। ‘गरीबी हटाओ’ जैसे पुराने नारों से आगे बढ़कर, इस सरकार ने गरीबों के कल्याण को साकार रूप दिया है। आंकड़े स्वयं इस बदलाव के साक्षी है,  25 करोड़ लोग अब तक गरीबी रेखा से ऊपर उठ चुके हैं। यह केवल हमारा दावा नहीं है, बल्कि नीति आयोग और अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंचों द्वारा प्रस्तुत किए गए आंकड़े हैं। भारत में अत्यधिक गरीबी में 80 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत 80 करोड़ लोगों को प्रति व्यक्ति 5 किलो गेहूं या चावल निःशुल्क उपलब्ध कराया गया, यह कोई साधारण उपलब्धि नहीं है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 4 करोड़ पक्के मकान बनाए जा चुके हैं और अगले 5 वर्षों में 3 करोड़ और मकानों के निर्माण का संकल्प लिया गया है, जिसे स्वीकृति मिल चुकी है। यदि आज आप गांवों की यात्रा करें, तो पहले जहां खपरैल और फूस के घर दिखाई देते थे, वहां अब पक्के मकान खड़े हैं। सड़क नेटवर्क के क्षेत्र में पहले जो सड़कें अधूरी और टूटी-फूटी रहती थीं, वे अब हाईवे में बदल चुकी हैं। इनकी गति और गुणवत्ता इतनी उन्नत हो चुकी है कि डायवर्जन लेने के लिए अब दो किलोमीटर पहले से ही सतर्क रहना पड़ता है। यह आज के आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का परिचायक है। उज्ज्वला योजना, 100  प्रतिशत विद्युतीकरण और जल जीवन मिशन के अंतर्गत अब तक 364 प्रतिशत की वृद्धि के साथ घरों में नल से जल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इन सभी योजनाओं और उनके प्रभावी निष्पादन से यह स्पष्ट होता है कि मोदी सरकार न केवल जवाबदेह और संवेदनशील है, बल्कि परिणाम देने वाली एक सक्रिय सरकार भी है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति और नई शिक्षा नीति के बाद कई बदलाव हुए*
श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से किसानों को देश की मुख्यधारा में लाया गया है। इसी तरह, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ने भी उन्हें आर्थिक सुरक्षा के दायरे में लाकर सशक्त किया है। 100 प्रतिशत विद्युतीकरण की दिशा में सौभाग्य योजना, उज्ज्वला योजना और उजाला योजना के माध्यम से उल्लेखनीय प्रगति हुई है। बीमा योजनाओं की बात करें तो जीवन बीमा और दुर्घटना बीमा के अंतर्गत लगभग 40 करोड़ लोगों को कवर किया गया है। ये वे समाज के हाशिए पर खड़े लोग हैं जो पहले बीमा जैसी सुविधा लेने की स्थिति में नहीं थे। देश में जीएसटी लागू होने के बाद टैक्स संग्रहण में इजाफा हुआ भारत की रणनीति में अब निर्णायकता और आक्रामकता एक ‘न्यू नॉर्मल’ बन गई है*
श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि विकसित भारत की कल्पना को साकार करना हमारी प्रतिबद्धता है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने हर चुनौती का सामना सीधा किया है, कभी इधर-उधर की बात नहीं की। उरी हमले के बाद आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का यह स्पष्ट वक्तव्य था कि “इसका जवाब दिया जाएगा।” देश के इतिहास में पहली बार था जब किसी प्रधानमंत्री ने इतने स्पष्ट शब्दों में आतंकियों को सीधी चेतावनी दी और जिसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक हुआ। पुलवामा हमले के समय भी माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा, “तुमने बहुत बड़ी गलती कर दी है, इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा,” और फिर बालाकोट एयरस्ट्राइक हुआ। पहलगाम हमले के बाद बिहार की एक जनसभा में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा, “अब तुम्हें जवाब कल्पना से भी परे मिलेगा।” यह स्पष्ट करता है कि भारत की रणनीति में अब निर्णायकता और आक्रामकता एक ‘न्यू नॉर्मल’ बन गई है। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने यह भी कहा है कि अब किसी भी आतंकवादी घटना को ऐक्ट ऑफ वॉर माना जाएगा और ‘न्यूक्लियर युद्ध’ की गीदड़भभकी को भारत बर्दाश्त नहीं करेगा। आतंकवादी और उन्हें संरक्षण देने वालों के बीच कोई अंतर नहीं किया जाएगा। यह सरकार बीते 11 वर्षों में हर चुनौती चाहे वह आतंकी हमला हो या किसी अन्य प्रकार की सुरक्षा चुनौती का सीधा और निर्णायक जवाब देने में सक्षम रही है। यही एक सशक्त, आत्मविश्वासी और जवाबदेह राष्ट्र की पहचान है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने समस्याओं को टालने की बजाय उनका समाधान किया इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में सड़कें, हवाई मार्ग, रेलवे और पुलों पर लंबी चर्चा हो सकती है लेकिन चुनावी संदर्भ में विशेष रूप से यह कहना जरूरी है कि नरसिंह राव जी के समय 1995 में चिनाब ब्रिज प्रोजेक्ट का शिलान्यास रखा गया था, जिसे बाद में श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने उसे एक राष्ट्रीय महत्व का प्रोजेक्ट घोषित किया। इसके बाद, आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 6 जून को, यानी अभी तीन दिन पहले, इसे सफलतापूर्वक पूरा किया। यह तथ्य हमें यह समझाता है कि मोदी सरकार ने समस्याओं को टालने के बजाय उनका समाधान किया है। सरकार ने समाज के हर वर्ग की चिंता की और उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए निरंतर प्रयास किया। पिछले 11 वर्षों में वह विकास हुआ जो किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश ने विकसित भारत की दिशा में लंबी छलांग ली है, जिसमें सभी समाज वर्गों को साथ लेकर चलने पर जोर दिया गया। 11 साल के कार्यकाल में हुए इन महत्वपूर्ण कार्यों, नीतियों और कार्यक्रमों को समझाना आसान नहीं है, लेकिन यह स्पष्ट है कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की दूरदर्शिता और नेतृत्व ने देश को नए मुकाम पर पहुंचाया है ।
*पत्रकार वार्ता के पश्चात अहमदाबाद में हृदयविदारक विमान हादसे पर शोक व्यक्त किया व दो मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई । विमान हादसे के कारण भाजपा नगर द्वारा आयोजित प्रोफेशनल मीट के कार्यक्रम को भी निरस्त कर दिया गया।पत्रकार वार्ता में विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, महापौर मुकेश टटवाल, निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव, नगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल, मीडिया प्रभारी दिनेश जाटवा, सह मीडिया प्रभारी राकेश पंड्या, जगदीश पांचाल, मुकेश यादव उपस्थित थे ।

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