उज्जैन श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा और अखाड़ा परिषद से जुड़े नागा साधु, संतों का गुरुवार को नीलगंगा सरोवर में स्नान होगा। सिंहस्थ की तर्ज पर साधु-संतों की पेशवाई भी निकाली गई। जूना अखाड़ा और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की अगुवाई में गंगा दशहरा मनाया गया। इस अवसर पर सुबह 10 बजे से संतों की पेशवाई सिंहस्थ पड़ाव स्थल नीलगंगा से पूरे शाही लवाजमे के साथ शुरू की पेशवाई में 11 रथों के साथ घोड़े, बैंड, ढोल, कड़ाबिन के साथ नागा साधु अपने देवता को लेकर चलें। इसके बाद दोपहर 12 बजे नीलेगंगा सरोवर में स्नान किया जाएगा साथ ही शाम 7 बजे मां नीलगंगा की महाआरती के बाद श्रद्धलुओं को बांटेंगे सवा क्विंटल हलवाअखाड़े के स्थानीय प्रबंधक डॉ. गोविंद सोलंकी और डॉ. राहुल कटारिया ने बताया कि महाआरती के साथ सवा क्विंटल हलवे का भोग लगाएंगे। गंगा दशहरा पर एक ओर जहां सुबह पेशवाई और संतों का स्नान होगा तो वहीं शाम को मां नीलगंगा का श्रृंगार कर मां गंगा की आरती की जाएगी। वेणु नाद नृत्य अकादमी की बालिकाओं द्वारा गंगा स्तुति की प्रस्तुति दी जाएगी। साथ ही क्षेत्रवासियों के लिए शिवांजलि गार्डन में भंडारे का आयोजन किया जाएगा।का पूजन होगा। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा नीलगंगा पहुंचकर निशान देवता का पूजन करेंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने बताया कि इस अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष निरंजनी अखाड़े के सचिव रवींद्र पुरी महाराज, जगतगुरु स्वामी वीरभद्र नंदगिरि महाराज, अखाड़े के उपाचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कपिल पुरी महाराज, महामंडलेश्वर श्रद्धा गिरि माताजी, महामंडलेश्वर चेतनागिरि माताजी, महामंडलेश्वर स्वामी शांति स्वरूपानंद गिरि ‘महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी भगवतानंद गिरि महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी शैलेशानंद गिरि महाराज सहित जुना अखाड़े के नागा साधु और पदाधिकारी
2025-06-05