उज्जैन में आयोजित होने जा रहा है, राष्ट्रीय विज्ञान महाकुम्भ, शामिल होंगे शीर्षस्थ वैज्ञानिक 27 मार्च को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव करेंगे शुभारम्भ

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विक्रमोत्सव -2025 के अंतर्गत उज्जैन में राष्ट्रीय युवा वैज्ञानिक सम्मेलन, विज्ञान उत्सव और 40 वां मध्यप्रदेश युवा वैज्ञानिक सम्मेलन का होगा आयोजन शोधकर्ता और विशेषज्ञ अपने विचार साझा करेंगे, देशभर के 250 से अधिक प्रमुख वैज्ञानिक कालिदास अकादमी में मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी परिषद्, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन एवं विक्रमादित्य शोधपीठ के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित होंगे कार्यकम उज्जैन, 26 मार्च। अखिल भारतीय विक्रमोत्सव के अंतर्गत उज्जैन में 27, 28 और 29 मार्च को अखिल भारतीय विज्ञान महाकुम्भ 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय युवा वैज्ञानिक सम्मेलन, विज्ञान उत्सव एवं 40 वा मध्य प्रदेश युवा वैज्ञानिक सम्मेलन में देशभर के 250 से अधिक शीर्षस्थ वैज्ञानिक शामिल होने जा रहे हैं, साथ ही विज्ञानं के 17 विषयों से अधिक शोधपत्रो का वाचन होगा और विशेष रूप से भारतीय ज्ञान परम्परा एवं समग्र विकास, इनोवेशन एवं स्टार्टअप स्टेम शिक्षा एवं लोक व्यापीकरण, नवीन एवं पारम्परिक पद्यति, टेक्नोलॉजी फॉर सेवा आदि विषयों पर परिचर्चा आयोजन और विशेष सत्रों का संयोजन होगा।
मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी परिषद्, भोपाल के महानिदेशक डॉ अनिल कोठारी, महाराजा विक्रमादित्य शोध पीठ के निदेशक एवं मुख्यमंत्री के संस्कृति सलाहकार श्री श्रीराम तिवारी एवं विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज ने महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ में आयोजित पत्रकार वार्ता में संयुक्त रूप से यह जानकारी देते हुए बताया कि कालिदास अकदमी उज्जैन में आयोजित इस विज्ञान महाकुम्भ का शुभारम्भ 27 मार्च को प्रातः 11 बजे मध्य प्रदेश के यशस्वी माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के द्वारा किया जायेगा । मध्य प्रदेश में विक्रमोत्सव 2025 के अंतर्गत वृहद् स्तर पर यह राष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन एवं विज्ञान उत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसका मुख्य विषय विकास की बात विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के साथ है। यह दो दिवसीय सम्मेलन 27-28 मार्च को होग और 29 मार्च 2025 को कालिदास अकादमी, उज्जैन में इसका समापन होगा। कार्यक्रम क मुख्य उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के माध्यम से सतत विकास को बढ़ावा देना है इस सम्मेलन में 250 से अधिक प्रमुख वैज्ञानिक, शोधकर्ता और विशेषज्ञ अपने विचार सान करेंगे। यह राष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन छह सत्रों में आयोजित किया जा रहा है। जिसके अंतर विभिन्न विषयों पर परिचर्चा एवं विशेष व्याख्यान होंगे। इसमें देशभर के शीर्षस्थ वैज्ञानिकों आधुनिक विज्ञान और भारतीय प्राचीन ज्ञान परम्परा एवं विभिन्न सत्रों में परिचर्चा आयोजित की जा
विशेष रूप से “भारतीय ज्ञान विज्ञान परम्परा एवं समग्र विकास इनोवेशन एवं स्टार्टअप, स्टेम शिक्षा एवं लोक व्यापीकरण, नवीन एवं पारम्परिक पद्यति, टेक्नोलोजी फॉर सेवा, आधुनिक प्रोद्योगिक विकसित भारत 2047 एवं अनुसन्धान एवं विकास” नये अवसर एवं चुनोतियाँ सत्रों में शीर्ष वैज्ञानिको द्वारा परिचर्चा की जाएगी। इसके साथ ही 40 वां मध्य प्रदेश युवा वैज्ञानिक सम्मेलन का आयोजन भी किया जायेगा जिसके अंतर्गत प्रदेश के 250 से अधिक शोधार्थियों द्वारा विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी के 17 विषयों में शोध पत्रों का वाचन किया जायेगा। विज्ञान उत्सव के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम जैसे विद्यार्थियों के लिए वैज्ञानिक संवाद, साइंस शो, साइंटिफिक मॉडल प्रदर्शन, कार्यशालाएं, आकाश दर्शन आदि का आयोजन किया जायेगा।
समेलन में छह तकनीकी सत्र होगे
प्रथम सत्र आधुनिक प्रोद्योगिकी विकसित भारत @2047 विषय पर आधारित रहेगा। इस सत्र में डॉ. प्रकाश चौहान, निदेशक, राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र, हैदराबाद का अन्तरिक्ष विज्ञान एवं भारत विषय पर विशेष व्याख्यान रहेगा। द्वितीय सत्र स्टेम शिक्षा एवं लोक व्यापीकरण नवीन एवं पारम्परिक पद्धति पर आधारित हैं। इस सत्र में प्रो. मनीष जैन, प्रमुख, सेंटर फॉर क्रिएटिव लर्निंग, भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान, गाँधीनगर क्रिएटिव लर्निंग फॉर स्टेम एजुकेशन पर व्याख्यान देंगे। तृतीय सत्र आईडिया इनोवेशन एंड स्टार्टअप आत्मनिर्भर भारत विषय पर आधारित रहेगा । इस सत्र में पद्म श्री डॉ जनक पलटा मैकगिलिगन, निदेशिका, जिम्मी मैक गिलिगन सेंटर, इंदौर का विकसित भारत के लिए ग्रामीण और आदिवासी युवाओं का सस्टनेबल प्रोद्योगिकियों के साथ सशक्तिकरण विषय पर विशेष व्याख्यान रहेगा सम्मलेन के दूसरे दिन भी तीन सत्र होंगे। जिसके अंतर्गत चतुर्थ सत्र भारत ज्ञान विज्ञान परम्परा एवं समग्र विकास पर आधारित हैं इस सत्र में डॉ. शिव कुमार शर्मा, राष्ट्रीय संगठन सचिव, विज्ञान भारती, नई दिल्ली का स्वदेशी विज्ञान आन्दोलन एवं विज्ञान भारती विषय पर विशेष व्याख्यान होगा। पंचम सत्र टेक्नोलॉजी फॉर सेवा विषय पर आधारित हैं। इस सत्र में डॉ. सुधीर कुमार मिश्रा, एमेरिटस वैज्ञानिक रक्षा अनुसन्धान एवं विकास संगठन, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार नवीन रक्षा तंत्र प्रणाली और भारत विषय पर व्याख्यान देंगे। षष्ठम सत्र अनुसन्धान एवं विकास नये अवसर एवं चुनोतियाँ विषय पर आधारित होगा। इस सत्र में पद्म श्री डॉ जितेन्द्र के बजाज का भारतीय देशज ज्ञान परम्परा वैज्ञानिक दृष्टिकोण विषय पर व्याख्यान होगा । उत्कृष्ट शोधपत्र को पुरुस्कृत किया जायेगासमेलन में 17 संकाय के 250 से अधिक शोधार्थी शोध पत्र का वाचन करेंगे। जिन शोधार्थियों द्वारा उत्कृष्ट शोधपत्र प्रस्तुत किया जायेगा उन्हें पुरुस्कृत भी करेंगे। प्रथम स्थान 25 हजार, द्वितीय पुरूस्कार 20 हजार एवं तृतीय पुरुस्कार 15 हजार रूपए की राशि प्रदान की जाएगी ।सभी प्रतिभागियों को 6 माह की फैलोशिप दी जाएगीराष्ट्रीय युवा वैज्ञानिक सम्मेलन और विज्ञान उत्सव में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों को मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी परिषद् द्वारा फैलोशिप प्रदान की जाएगी। इसके अंतर्गत आलग-अलग तकनीकी संस्थानो में इंटर्नशिप के लिए भेजा जायेगा ।

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