*करोड़ों लोग आएंगे सिंहस्थ महापर्व में व्यवस्थाएं तो जुटाना पड़ेगी*विधानसभा में विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने विधानसभा में बजट के धन्यवाद प्रस्ताव में कहा*मुख्यमंत्री ने हजारों करोड़ का बजट स्वीकृत किया है उज्जैन को आध्यात्मिक नगरी सिहस्थ सिटी बनाने के लिए*सनातन के विचारों को विश्व में उच्च शिखर पर स्थापित करने वाला बजटः अनिल जैन*

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उज्जैन . आगामी सिंहस्थ महापर्व 2028 मैं उज्जैन में करोड़ों लोगों के आने की संभावना है इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन शहर के लिए सिंहस्थ सिटी आध्यात्मिक नगरी बनाने के लिए बजट में बड़ा प्रावधान किया है और इसीलिए शहर के आसपास की कुछ जमीन लेंड पुलिंग योजना में आ रही है । और जो लोग राम को काल्पनिक बताते हैं उन्हें तो सिंहस्थ महापर्व की बात भी नहीं करना चाहिए । यह बात उज्जैन उत्तर के विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने विधानसभा में बजट के बाद धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कही ।
उन्होंने कहा सिंहस्थ महापर्व 2016 के दौरान उज्जैन में बारिश हुई थी और तूफान के दौरान साधु संतों के टेंट बिखर गए थे और चारों तरफ कीचड़ ही कीचड़ हो गया था उज्जैन की जनता वहां पर जाकर संतो के आश्रमों में सेवा करना चाहती थी लेकिन कच्ची सड़के होने के कारण जनता वहां नहीं पहुंच पाई और शासन को भी वहां तक पहुंचने में कठिनाई हुई क्योंकि वहां आश्रम तक पहुंचाने के लिए अप्रोच सड़के भी नहीं थी और पक्की सड़के नहीं होने के कारण बड़ी दिक्कतें हुई इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव इस 2028 में सिंहस्थ सिटी का प्लान बना रहे हैं जिसमें लेंड पुलिंग योजना के तहत जहां पक्की सड़के, बिजली के पोल, पेयजल की लाइन एवं अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएगी ! वही साधु संतों को ठीक ढंग से स्नान हो जाए इसके लिए स्वच्छ पानी आने वाले श्रद्धालुओं को शिप्रा नदी से मिले । कान्ह क्लोज्ड डक्ट योजना के माध्यम से कान्ह नदी का गंदा पानी डायवर्ट किया जा रहा है ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहे हैं जिससे पानी को शुद्ध कर शिप्रा में भेजा जाएगा और शिप्रा नदी में स्वच्छ शुद्ध पानी मिलेगा ! वही सेवरखेड़ी में एक डेम बनाकर संग्रहित पानी को शिप्रा नदी में डालने की योजना बनाई जा रही है सिंहस्थ क्षेत्र के और शहर के विकास के लिए 13 और नए ब्रिज बनाए जा रहे हैं अनेक सड़कों का विकास हो रहा है, आउटर रिंग रोड बनाई जा रही है सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है हमारी सरकार लगातार चाहे ओंकारेश्वर का विकास हो या अन्य धार्मिक क्षेत्र का सभी जगह तेजी से विकास के काम मुख्यमंत्री अनेक योजनाओं के माध्यम से कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति और सनातन के विचारों को विश्व में उच्च शिखर पर उच्च मानदंडों पर स्थापित करने वाला बजट हैं, इसी क्रम में श्रीकृष्ण पाथेय योजना और राम वनगमन पथ योजना का विकास होना है। श्रीकृष्ण पाथेय योजना के अंतर्गत उज्जैन के साथ-साथ मध्य प्रदेश के धार, अमझेरा और नारायणा जैसे बड़े स्थलों पर सरकार धार्मिक स्थल बनाने का निर्णय कर रही है और राम को काल्पनिक बनाने बताने वालों को धार्मिक मामलों और सिंहस्थ के मामलों में बोलने का कोई हक नहीं है ।

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