*दीपावली पर बाबा जयगुरुदेव आश्रम उज्जैन में सन्त उमाकान्त जी महाराज का सतसंग व नामदान कार्यक्रम*जयगुरुदेव नाम प्रभु का, संकट में मददगार है, परीक्षा लेकर देख लो*

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उज्जैन दीपावली के पावन पर्व पर देश-विदेश से भारी संख्या में पधारे भक्तगणों को अपने मक्सी रोड स्थित उज्जैन आश्रम में चल रहे तीन दिवसीय सत्संग वह रमजान कार्यक्रम में वक़्त गुरु परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज ने बताया कि यह त्यौहार मनुष्य को याद दिलाते हैं कि दुनिया के कामकाज करने के साथ-साथ अपनी आत्मा का कल्याण भी बहुत जरूरी है। केवल पटाखे मिठाई कपड़े घूमना फिरना सजावट से अलग एक अंतर में भी दीपावली मनाई जाती है। जब अंदर का दिया जलता है तब 12 महीने हर रोज साधक दीपावली मनाते हैं। उसके लिए वक्त के पूरे गुरु के पास जाकर के उनसे रास्ता लेकर अपना आत्म कल्याण करना चाहिए।
*मनुष्य शरीर किराये का मकान किसलिए मिला है?*
साँसों की पूंजी खत्म होने पर सबको एक दिन खाली करना पड़ेगा। यह देव दुर्लभ अनमोल मनुष्य शरीर केवल खाने-पीने, मौज-मस्ती करने के लिए नहीं मिला। मनुष्य शरीर का असली उद्देश्य जीते जी प्रभु को पाना है।  श्मशान घाट पर शरीर को मुक्ति मिलती है आत्मा को नहीं। मौत को हमेशा याद रखो क्योंकि एक दिन सब की आती है। मरने के बाद जो काम आवे वह काम करना और वह दौलत प्राप्त करनी चाहिए।
*वक़्त के पूरे समर्थ सन्त की दया से शिव नेत्र खुलता है*
पैदा होने से पहले जो मां के स्तन में दूध भरता है, उस मालिक पर भरोसा करो, पेट के लिए ईमान और धर्म मत बेचो। जीवन का जो समय बचा है उससे अपनी आत्मा को जगा लो। आत्मा को मुक्ति परमात्मा के पास पहुँच जाने पर मिलती है जो केवल समर्थ गुरु ही दिला सकते हैं। कोटि जन्मों के पुण्य जब इकट्ठा होते हैं तब सन्त दर्शन, सतसंग और नामदान का लाभ मिलता है। सन्त-सतगुरु किसी दाढ़ी, बाल या वेशभूषा का नाम नहीं होता। शिव नेत्र सबके पास है। समरथ गुरु की दया से खुल सकता है।
*प्रभु का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव संकट में मददगार है*
इस समय कलयुग में सीधा सरल प्रभु प्राप्ति का रास्ता पांच नाम के नामदान का है जो आदि से चला आ रहा और अंत तक रहेगा। सन्तमत की साधना सभी लोगों के लिए सरल है। यकीन करो जय गुरु देव नाम प्रभु का है। इसमें उस मालिक की पूरी ताकत है। बोलने से फायदा मिलेगा। मौत के समय पीड़ा इसी नाम को बोलने से कम होगी। दुःख, तकलीफ, बीमारी में राहत पाने के लिए शाकाहारी, सदाचारी, नशा मुक्त रहकर सुबह-शाम, रोज रात को सोने से पहले भाव के साथ बराबर कुछ दिन जय गुरु देव नामध्वनि बोलने से फायदा दिखने लगेगा। आजमाइश करके देख लीजिए। ऐसे बोलना रहेगा- जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयजय गुरुदेव
*शाकाहारी नशामुक्त चरित्रवान बनो*
जीव हत्या करने से खुदा, भगवान कभी खुश नहीं होते हैं। शाकाहारी नशा मुक्त बनोगे तभी पूजा पाठ का लाभ मिलेगा। कुदरती कहर से बचने के लिए शाकाहारी, सदाचारी, नशामुक्त बनो और बनाओ। शराब अपराध और भ्रष्टाचार की जननी है। शराब मांस को दूर हटाओ, माँ बहनों की लाज बचाओ। देश भक्ति महान भक्ति है। देश भक्त बनो। देश की सम्पत्ती को नुकसान पहुँचाने वाले हड़ताल, तोड़फोड़, आगजनी जैसे घृणित कार्य को मत करो। कलयुग में ही सतयुग आने का समय हो रहा है इसलिए लोगों को नशामुक्त, शाकाहारी, सदाचारी बनाओ जिससे खराब समय से बच जाय और सतयुग को अपनी आँखों से देख लें।
*देश भक्त बनो, मेहनत ईमानदारी की कमाई करो*
संयम नियम से रहोगे जल्दी बीमारी नहीं लगेगी। माता-पिता, बूढ़े-बुजुर्गों, अधिकारी, कर्मचारियों का सम्मान करो। नियम-कानून का पालन करो, देश भक्त बनो और बनाओ। मेहनत व ईमानदारी की कमाई में बरकत होती है। थोड़ी देर रोज अपने-अपने तौर-तरीके से ही सही पूजा – भजन – इबादत जरूर करो। असली धर्म निरपेक्षता जनता को रोजी-रोटी और न्याय सुरक्षा देना- दिलाना है। चरित्रवान, संस्कारवान बनो। हिन्सा हत्या व आत्महत्या कभी मत करो। एक को गुस्सा आवे दूसरा चुप हो जाए तो झगड़ा टल जाता है। जातिवाद, भाई -भतीजावाद, भाषावाद, कौमवाद, एरियावाद खून बहा देता है, इससे दूर रहना चाहिए। किसी भी धर्म, मजहब, व्यक्ति की निंदा मत करो।

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