किसानों को बांध से निकली गाद निःशुल्क बांटेंगे, मानसून आने से पहले तक होगा पूरा गंभीर डेम का गहरीकरण शुरू, 15 हजार क्यूबिक मीटर मिट्टी निकालेंगे, ताकि आगे भी जलसंकट न हो

Listen to this article

उज्जैन जिले के गंभीर डेम की जल संग्रहण क्षमता बढ़ाने के लिए गहरीकरण का काम गुरुवार से शुरू कर दिया है। अंबोदिया में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मृणाल मीणा द्वारा विधिवत पूजा, अर्चना कर गहरीकरण का शुभारंभ किया गया। यह काम 15 जून तक निरंतर जारी रहेगा। पिछले साल गंभीर बांध से लगभग 15,000 क्यूबिक मीटर मिट्टी निकाली गई थी। इस वर्ष भी लगभग 15,000 क्यूबिक मीटर ही मिट्टी निकाली जाएगी। इससे मानना है कि शहर में गहराते जलसंकट से निजात मिल सकेगी। गहरीकरण की शुरुआत गंभीर डेम के पास बने रेस्ट हाउस के पीछे से की गई। इससे निकलने वाली मिट्टी जनपद पंचायत उज्जैन और जनपद पंचायत घट्टिया द्वारा किसानों को निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही संबंधित ग्राम पंचायत द्वारा निकाली गई मिट्टी रिकॉर्ड का संधारण किया जाएगा।
बांध में बचा शहर में 50 दिन सप्लाई के लिए पानी कार्यपालन यंत्री बीआर उड़के ने बताया कि वर्तमान में बांध में शहर में 50 दिन पानी सप्लाई करने इतना उपलब्ध है। 15 जून तक बारिश शुरू होने का अंदाजा है तो शहर में पानी के संकट को लेकर कोई परेशानी नहीं रहेगी। बारिश के समय बांध में जिस जगह गाद जमा होती है, उन्हें चिह्नित कर वहां से मिट्टी को निकाल लिया जाता है। बांध के गहरीकरण का काम मानसून आने से पहले पूरा कर लिया जाएगा। इस अवसर पर कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग मयंक सिंह, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग बीआर उईके, एसडीएम घट्टिया राजाराम करजरे, जनपद सीईओ गुमनाम सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
4 जेसीबी, डंपर और 25 ट्रैक्टर ट्रॉली लगाए गहरीकरण के लिए नोडल एजेंसी जल संसाधन विभाग को बनाया गया है। इनके द्वारा गहरीकरण के लिए उपयुक्त स्थानों का चिह्नांकन किया गया है, जहां से गाद निकाली जाएगी। गहरीकरण के लिए खनिज विभाग द्वारा नगर निगम, एमपीआरडीसी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से समन्वय कर जेसीबी, पोकलेन, डंपर वाहन आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। इसमें 4 जेसीबी, डंपर, 25 ट्रैक्टर ट्राली लगेगी। अनुविभागीय अधिकारी उज्जैन ग्रामीण और अनुविभागीय अधिकारी घट्टिया गहरीकरण कार्य की लगातार मॉनीटरिंग करेंगे। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा कि जल संसाधन विभाग द्वारा चिह्नित किए गए स्थान से ही गहरीकरण का कार्य हो।

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे