उज्जैन | नगरवासियों की सुख-समृद्धि की कामना को लेकर चैत्र माह की नवरात्रि में महाअष्टमी मंगलवार 16 अप्रैल पंचायती – अखाड़ा निरंजनी की अगुवाई में नगर पूजा चौबीस खंभा स्थित माता महामाया और महालाया को मदिरा का भोग लगाकर शुरू हुई। पंचायती निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर, संत, महंत सहित अन्य अखाड़ों के साधु-संत ने पूजन-अर्चन कर चैत्र नवरात्रि में श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी की ओर से नगर पूजा का आयोजन किया गया । मंगलवार सुबह 8 बजे चौबीस खंभा माता मंदिर से नगर पूजा शुरू हुई। उज्जैनवासियों की सुख-समृद्धि के लिए प्राचीन समय से नगर पूजा होती आ रही है। 28 किलोमीटर मार्ग में मदिरा की धार एक हांडी में लेकर कोटवार चलते हैं। रास्ते में आने वाले प्रमुख देवी मंदिर और भैरव मंदिरों में नए ध्वज और चोला चढ़ाया गया। कुछ देवी मंदिरों में मदिरा चढ़ाने की परंपरा के साथ। रात 8 बजे अंकपात मार्ग स्थित हांडी फोड़ भैरव पर यात्रा का समापन होगा। यात्रा में बैंडबाजों व ढोल के साथ भक्तगण माता के जयकारे लगाते चल रहे थे। संत श्री श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी जी महाराज एवं समाजसेवी नारायण यादव दादा दयालु एवं वसूली पटेल तोलाराम व कहीं संत शामिल हुए स्वामीनारायण मंदिर से आनंद जीवन दास जी महाराज संत सुरेश्वर आनंदपुरी जी महाराज महामाया आश्रम उज्जैन कथा वाचक भगवान शरण जी बापू बुद्धा नंद जी महाराज इन सभी अखाड़े के महंत अन्य बाहर से पधारे सभी साधु संत सम्मिलित हुए यहां जानकारी गोविंद सोलंकी ने दी गई
2024-04-16