उज्जैन 22 फरवरी। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने दीपोत्सव कार्यक्रम 9 अप्रैल हेतु परामर्शदात्री समिति की बैठक में कहा कि अच्छे काम की जब शुरूआत की जाती है तो लोग अपने आप जुड़ते चले जाते हैं। हमारी संस्कृति में दीप प्रज्वलन करने की विशेष परम्परा है। दीप ज्योति जो कि परमात्मा से जोड़ती है। हमारे देश में हर काम की शुरूआत दीप प्रज्वलन से की जाती है। आगामी 9 अप्रैल को गुड़ी पड़वा, नवत्सर एवं उज्जैन गौरव दिवस के अवसर पर शिवज्योति अर्पणम कार्यक्रम में सभी सहभागी बनकर दीप प्रज्वलन करें और हमारी धार्मिक, सांस्कृतिक परम्परा को समृद्ध करें। शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम में सभी उज्जैनवासी सहभागी बनकर अपने आपको वर्ल्ड रिकार्ड बनाने में सहयोग कर गौरवान्वित महसूस करें, इसके लिये 27 लाख दीप प्रज्वलित करने का लक्ष्य रखा गया है। 25 हजार वॉलेंटियर, 200 से अधिक सामाजिक संगठन, एनएसएस, एनसीसी के छात्र, सामाजिक कार्यकर्ता, आमजन मिलकर शिप्रा नदी के सभी घाटों पर दीप प्रज्वलन करेंगे। इस बार भूखी माता मन्दिर घाट पर भी दीप प्रज्वलन किया जायेगा। रामघाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। सार्वजनिक स्थलों एवं घर-घर दीप प्रज्वलन कर इस दीपोत्सव को उज्जैनवासी यादगार बनायेंगे।
इतिहास साक्षी है कि उज्जैनवासी हमेशा सहयोग करते रहे हैं। विक्रमोत्सव जब 20 वर्ष पहले शुरू किया गया था तो बहुत छोटा स्वरूप था। उज्जैनवासियों के सहयोग से आज इतना भव्य स्वरूप है कि विक्रम का नाम लेते ही उज्जैनवासी गौरवान्वित महसूस करते हैं। उज्जैन को एक ऐसा राजा मिला जो देश ही नहीं विश्व में भी उज्जैन को गौरवान्वित महसूस करने का सौभाग्य देता है। विक्रमादित्य को विपरीत परिस्थितियों को अपने पक्ष में कर लेने की खासियत की वजह से विक्रमादित्य नाम मिला था। डॉ.यादव ने विक्रमादित्य के गौरवाशाली इतिहास को बताते हुए उनके संघर्ष और सुयश के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भी विक्रमादित्य की तरह ही पूरी दुनिया का ध्यान भारत की ओर खींच रहे हैं। रूस और अमेरिका जैसे महाशक्तिशाली देश भी आज सनातन संस्कृति की वजह से भारत का अनुसरण करते नजर आ रहे हैं। इसका श्रेय देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व को जाता है। मोदीजी जियो और जीने दो का मंत्र लेकर काम कर रहे हैं। उनके अनुसरण में हम भी हमारी संस्कृति को आगे बढ़ाने में सहभागी बनें।
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन को धार्मिक पर्यटन एवं आर्थिक दृष्टि से समृद्ध करने में बाबा महाकाल मन्दिर, महाकाल लोक, दीपोत्सव का महत्वपूर्ण योगदान है। उज्जैन की इस विरासत को और अधिक समृद्ध करने के लिये चारों तरफ से आने वाले मार्गों का चौड़ीकरण किया जायेगा। छोटे-छोटे ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मार्गों का भी विकास किया जायेगा, जिससे सिंहस्थ एवं अन्य आयोजन के दौर श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा होगी।बैठक में सम्बोधित करते हुए विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा ने कहा कि दीपोत्सव में आमजन की सहभागिता अधिक से अधिक हो, इसके लिये उज्जैन में कई विकास कार्यों की स्वीकृति मुख्यमंत्री डॉ.यादव द्वारा दी गई है। शिप्रा नदी के शुद्धिकरण के लिये भी दीर्घ कार्य योजना बनाई गई है। शिप्रा नदी के उद्गम स्थल से लेकर उज्जैन तक पूरी तरह से शुद्ध एवं निर्मल किया जायेगा। इसके लिये इन्दौर से आने वाली कान्ह नदी के अशुद्ध पानी को पूरी तरह से डायवर्ट किया जायेगा। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हम उज्जैन के विकास के लिये कदम से कदम मिलाकर काम करेंगे।
प्रारम्भ में मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने महन्त रामेश्वरदास, प्रजापति ब्रह्मकुमारी उषा दीदी एव अन्य साधु-सन्तों का पुष्पगुच्छ भेंटकर आत्मीय स्वागत किया। कार्यक्रम की रूपरेखा नगर निगम आयुक्त श्री आशीष पाठक ने बताई। इस अवसर पर महापौर श्री मुकेश टटवाल, श्री विवेक जोशी, श्री बहादुर सिंह बोरमुंडला, पूर्व विधायक श्री राजेन्द्र भारती, श्री श्याम बंसल, सामाजिक कार्यकर्ता श्री सुरेंद्रसिंह अरोरा, कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह सहित प्रशासनिक अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे। शिव ज्योति अर्पणम-2024 हेतु गठित परामर्शदात्री समिति की बैठक में सदस्यों द्वारा महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये।