कालिदास अकादमी परिसर मैं 17 दिसंबर को तीन दिवसीय यूनाइटेड कॉन्शियस समापन राज्यपाल थावरचंद जी गहलोत के द्वारा हुआ

Listen to this article

उज्जैन कालिदास अकादमी परिसर में 17 दिसम्बर रविवार को तीन दिवसीय यूनाइटेड कॉन्शियस नेस कॉन्क्लेव ( संयुक्त चेतना सम्मेलन) का समापन कर्नाटक राज्यपाल माननीय महामहीम थावर चंद जी गहलोत के द्वारा हुआ। इस कार्यक्रम में 21 देशों के आध्यत्मिक गुरु, विद्वान, कलाकार और योग गुरु उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उ‌द्घाटन श्री विनय सहस्त्रबुद्धे अध्यक्ष- भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद द्वारा किया गया, कुलपती स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान विश्व विद्यालय एवम हमारे प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी के योग गुरु एच. आर नागेन्द्र जी की उपस्थिती में संपन्न हुआ।
इस अवसर विभिन्न देशों के आध्यात्मिक गुरुओं द्वारा अपने अपने देशों की प्रमुख नदियों का जल लाया गया जिसे विश्व शांति और जन कल्याण के लिये श्री महाकालेश्वर भगवान का अभिषेक किया जाना था लेकिन श्री विनय सहस्त्रबुद्धे जी ने इसी जल से श्री राम लला के भी अभिषेक का प्रस्ताव रखा, जिसका सभी उपस्थितजनो ने करतल ध्वनि से जय श्री राम और जय श्री महाकाल के उ‌द्घोष से स्वागत किया।
इसी के साथ शहर के प्रतिष्ठित कलाकार ड़ा विक्रांत शाह और कु श्रेया सजन थावरा की संयुक्त कला प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। इसआयोजन की विशेष उपलब्धि यह रही कि सभी श्रोतागणो ने अंतराष्ट्रीय योग गुरुओं का न सिर्फ सुन पाये, अपितु उनसे अपनी शंका समाधान भी कर पाये। विभिन्न विशेषज्ञों ने अपनी विशिष्ट क्रियाओं, योग व ध्यान की कार्यशाला का भी आयोजन किया गया. इन कार्यक्रम में डा विक्रांत सिंह तोमर ने पिछले जीवन प्रतिगमन (Past Life Regression) की कार्यशाला का भी आयोजन किया। सभी प्रतिभागियों के लिए यह कार्यशाला अपने आप में अनुठी रही।
इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये जिसमे अक्षरा किड्स अकादमी के नन्हे मुन्ने बच्चों के कार्यक्रम को विशेष सराहना मिली ।कार्यक्रम के दूसरे दिन विभिन्न देशों की नदियों के एकत्रित जल से श्री महाकालेश्वर भगवान का किया गया। इसके बाद सभी गुरुओं द्वारा महाकालेश्वर जी की भस्म आरती व महाकाल लोक के आगुंतक अतिथियों को काल भैरव मंदिर एवं भृतहरी गुफा के दर्शन कराए गए और सभी अतिथियों ने गुरु मच्छंद्रनाथ की समाधि के दर्शन और ध्यान साधना भी करी।इस कार्यक्रम के कन्वेनर डा. विक्रांत सिंह तोमर ने बताया कि इय कार्यक्रम में उज्जैन की के सभी शासकीय व अन्य संस्थाओं और विशेष रूप से उज्जैन कमिश्नर श्री श्री संजय गोयल, DM कुमार पुरुषोत्तम जी, ADM अनुकूलजी, सेवाधाम आश्रम के सुधीर भाई गोयल, MIT ग्रुप के श्री प्रवीण वशिष्ठ, श्रीमती नीरू सिंह जगजीत कौर, विक्रम विश्वविद्यालय, कालिदास अकादमी, मप्र दूरिज्म, विक्रमादित्य शोध पीठ, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय,भोपाल महाकाल मंदिर समिति का सहयोग रहा ।इस कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के निम्न विद्वानों ने कराये गए।

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे