उज्जैन पांच ऐसे धर्म हैं, जिनका पालन आप रोज कर सकें तो भी आपके जीवन की दिशा बदल सकती हैं। पहला धर्म है सत्य, जितना हो सके सत्य की राह पर चलें, जहां झूठ की जरूरत नहीं वहां झूठ मत बोलो
दूसरा लक्षण है दया, दया दिखाएं लेकिन आजकल इंसानियत खत्म हो रही कोई सड़क पर तड़प रहा और हम वीडियो बना रहे, दुनिया गोल है घूमकर आती है, आज आप वीडियो बना रहे, दया नहीं दिखा रहे कल को यह आपके साथ भी हो सकता है। किसी दिन आपको भी मदद की जरूरत पड़ेगी, आपकी नजर ढूंढेंगी कोई तो मेरी मदद कर दे। तीसरा धर्म है पवित्रता खुद को पवित्र रखें, घर को पवित्र रखें, साफ-सफाई रखें तो लक्ष्मी आएगी। गंदगी रखेंगे तो दरिद्रता आएगी। चौथा लक्षण है तपचर्या। बाहर से तो लोग चमक रहे पर मन उतना ही गंदा, वाणी उतनी ही गंदी, किसी को कुछ कहने से पहले 100 बार सोचे। थप्पड़ अमीर को मारो या गरीब को लगता उतनी ही जोर से है। किसी को कुछ कहने से पहले यह सोचो कि वो आपको यह कहे तो कैसा लगेगा। पांचवां लक्षण है तीतीक्षा। भगवान जो भी दे उसे प्रसाद समझकर ग्रहण करना चाहिए। उन्होंने कहा व्यक्ति स्वाद छोड़ने को तैयार नहीं, संसार क्या
व्यासपीठ से कथा श्रवण करवाती जया किशोरीजी। दूसरा चित्र श्रीमद्भागवत में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाते धर्मालु।छोड़ेगा लेकिन भगवान को पाने के लिए संसार को छोड़ने की जरूरत नहीं, संसार में रहकर भी भगवान को पाया जा सकता है।
देवास रोड स्थित हामूखेड़ी में बिजासन माता मंदिर रोड पर आर के ड्रीम्स में श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन आध्यात्मिक प्रवक्ता जया किशोरीजी ने यह बात कही। आयोजक राकेश अग्रवाल ने बताया कि श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। साथ ही मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जन्मोत्सव की कथा कही। राकेश अग्रवाल ने बताया कि आरके ड्रीम्स में 7 दिनों तक चलने वाली श्रीमद् भागवत कथा 25 नवंबर तक चलेगी। प्रतिदिन दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक कथा में हजारों भक्त एक साथ कथा का रसपान कर रहे हैं। आयोजक राकेश मनीषा अग्रवाल ने उज्जैन शहर की धर्मप्राण जनता से प्रतिदिन कथा का लाभ लेने का अनुरोध किया है।
2023-11-23