बच्चों की शादी कर देना गंगा नहाना नहीं होता, उन्हें काबिल बनाईये आर के ड्रीम्स में श्रीमद् भागवत कथा में जया किशोरीजी ने मां बाप से किया अनुरोध बेटियों को शिक्षित करें, बेटियां शिक्षित होंगी तो अन्याय के खिलाफ लड़ सकेंगी

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उज्जैन। जो मां बाप अपने बच्चों की शादी कर देते हैं, कहते हैं कि हमने गंगा नहा ली, बच्चों की शादी कर देना गंगा नहाना नहीं है, मां बाप भगवान का रूप होते हैं। मां बाप का फर्ज केवल बच्चों की शादी करना नहीं, बल्कि बच्चो को काबिल बनाना है, शिक्षा में, संस्कार में, भावनाओ में काबिल बनाईये, धन में भी काबिल बनाईये। बच्चा काबिल होगा तो विकट परिस्थिति में भी खुद को और परिवार को संभाल लेगा। घर तो राजा जनकजी ने भी माता सीता के लिए महल ही ढूंढा था लेकिन उन्हें रहना वन में पड़ा, लेकिन वनवास में भी वो अच्छे से रह गई, क्योंकि माता सीता संस्कारवान, धैर्यवान, भावनाओं में श्रेष्ठ थीं। यह बात देवास रोड़ स्थित हामूखेड़ी में बिजासन माता मंदिर रोड़ पर आर के ड्रीम्स में श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन आध्यात्मिक प्रवक्ता जया किशोरी ने कही। आयोजक राकेश अग्रवाल ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा में तीसरे दिन 21 नवंबर को जड़ भरत, अजामिल तथा प्रहलाद चरित्र की कथा जया किशोरीजी ने सुनाई। अपनी ओजस्वी वाणी में जया किशोरीजी ने कथा सुनाते हुए कहा कि शिक्षा आपको सिखाती है अपने हक में क्या करना है, मां बाप अपने बच्चो को शिक्षित जरूर करें। अपने पैरो पर खड़ा करें, बेटा हो या बेटी, खासकर के बेटी को शिक्षित करें। कोई मां बाप नही चाहता, बेटी ससुराल में जाकर दुख पाए वो दूसरे घर में अन्याय तभी सहेगी जब अपने पैरो पर खड़ी नही हो पाएगी। जया किशोरीजी धु्रव चरित्र की कथा सुनाते हुए कहा कि हम दुनिया के रिश्तों में उलझे रहते है, भगवान को भूल जाते है, जब रिश्ते धोखा देते है तो भगवान याद आते है, अकेले आए थे अकेले जाओगे, भगवान तो पहले दिन से तुम्हारे साथ थे। आपने कहा दान केवल धन का नही होता तन मन धन से दान होता है, किसी को प्रसन्न कर देना भी दान है। राकेश अग्रवाल ने बताया कि आरके ड्रीम्स में 7 दिनों तक चलने वाली श्रीमद् भागवत कथा 25 नवंबर तक चलेगी। प्रतिदिन दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक कथा में हजारों भक्त एक साथ कथा का रसपान कर रहे हैं। आयोजक राकेश मनीषा अग्रवाल ने उज्जैन शहर की धर्मप्राण जनता से प्रतिदिन कथा का लाभ लेने का अनुरोध किया है।

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