सिख समाज की” स्त्री सत्संग “द्वारा सावन मास”मैं 45 दिवसीय “सुखमणि साहब”का पाठ”, कीर्तन एवं अरदास का आयोजन प्रतिदिन दोपहर 3:00 बजे से लेकर 5:00 बजे तक गुरुद्वारा सुख सागर मैं किया जा रहा है जिसकी समाप्ति 16 सितंबर को होगी l स्त्री सत्संग की अध्यक्षा कुलदीप कौर सलूजा ने बताया कि स्त्री सत्संग द्वारा पिछले 20 वर्षों से संपूर्ण “सावन मास ” मैं 45 दिवसीय सुखमणि साहब का पाठ ,कीर्तन एवं सुख ,शांति हेतु अरदास की जाती है lसिख समाज के संभागीय प्रवक्ता एस.एस.नारंग ने बताया कि सिखों के पांचवें गुरु श्री गुरु अरजन देव साहिब जी द्वारा रचित सुखमणि साहिब की वाणी में संतप्त मानवता को शांति का संदेश दिया । सुखमणि साहिब श्री गुरु अरजन देव जी साहिब जी की अमर वाणी है करोड़ों सिख सुखमणि साहिब का पाठ कर शांति प्राप्त करते हैं इसे मन को सुख देने वाली या “सुखों की मणि “कहा जाता है इसमें 24 श्लोक एवं 24 अष्टपदी है कुल मिलाकर इसमें 24000 अक्षर है मनुष्य को पूरे दिन में 24000 शवास आते हैं इसीलिए इसे सुखों की मणि कहा जाता है ।