समस्त क्षत्रियों द्वारा आयोजित क्षत्रिय एकता महापड़ाव भोपाल मध्य प्रदेश में आयोजन को लेकर करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत जी एवं मध्य प्रदेश के अध्यक्ष ईदलसिंह राणावत ने प्रेस क्लब पर पत्रकार वार्ता में कही

Listen to this article

उज्जैनौ दिनांक:20 जुलाई को अबकी बार क्षत्रियों की सरकार मुख्यतव क्षत्रियों की विधानसभा चुनावों में ज्यादा से ज्यादा भागीदारी को लेकर भोपाल में होगा देश और मध्यप्रदेश के लाखों क्षत्रियों का महापड़ाव सत्ता में ज्यादा से ज्यादा क्षत्रियों की भागीदारी, क्षत्रिय कल्याण बोर्ड, स्वर्ग आयोग और सनातन बोर्ड का गठन, EWS की विसंगतियों को दूर करना, गो हत्या रोकने हेतु कड़े कानून, एट्रोसिटी का दुरुपयोग रोकने हेतु कड़े कानून और प्रोत्साहन राशि वितरण रोकना, आरक्षण में क्रिमिलेयर का प्रावधान और समीक्षा को लेकर होगी सरकार से दो टूक बात भोपाल 17 जून। विधानसभा चुनाओं में कत्रियों की सत्ता में ज्यादा से ज्यादा भागीदारी, क्षत्रिय कल्याण बोर्ड / स्वर्ण आयोग / सनातन बोर्ड का गठन लव जिहाद, लैंड जिहाद के विरुद्ध कानून और गौ हत्या मुक्त मध्य प्रदेश जैसी मांगों को लेकर क्षत्रिय करणी सेना परिवार का भोपाल में महापड़ाव होने जा रहा है। 27 अगस्त 2023 सुबह 10 बजे भोपाल मध्यप्रदेश मे होने वाले इस महापड़ाव में देशभर के लाखों क्षत्रिय आएंगे जो अपनी 12 सूत्री मांग को लेकर जंगी प्रदर्शन करेंगे। साथी देश भर से कई संत भी इस महापड़ाव का हिस्सा बनेंगे | पत्रकार वार्ता में उपरोक्त जानकारी देते हुए क्षत्रिय करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राज शेखावत और मध्य प्रदेश के अध्यक्ष दल सिंह राणा ने बताया कि राजनैतिक पार्टिया सालों से क्षत्रिय की उपेक्षा करती आई है। वह अब नहीं चलेना इसका बीड़ा क्षत्रिय करणी सेना ने उठाया है और क्षत्रिय करणी सेना परिवार के द्वारा समस्त क्षत्रियों की अध्यक्षता में भोपाल में क्षत्रिय एकता महापड़ाव की तैयारियां की जा रही है। महापड़ाव कर क्षत्रियों के हितों की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करना है। महापड़ाव का मुख्य उद्देश्य आने वाले विधानसभा चुनावों में शत्रियों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित करना है। इसके बाद ही क्षत्रिय बोर्ड और स्वर्ण आयोग के गठन की प्रमुख मांग है। वक्फ की तर्ज पर सनातन बोर्ड के गठन की भी मांग इस महापड़ाव में होगी। करणी सेन कड़े कानून बनाने व एट्रोसिटी एक्ट के दुरुपयोग को रोक्ने, आरक्षण में क्रिमिलेयर का प्रावधान/समीक्षा, महापुरूषों और वीरांगनाओं के इतिहास को संरक्षित करने की जांग उठाई जाएगी। इस आंदोलन के दौरान यूएस की विसंगतियों को दूर करने, जौ रक्षा के लिए कड़े बनाने को लेकर सरकार से दो टूक बात की जाएगी। इन मांगो पर सहमति बना कर ही महापड़ाव की पूर्णाहुति की जाएगी। सहमति नहीं बनने पर मुनावों में क्षत्रियों द्वारा क्या जवाब स्व राजनैतिक पार्टियों को दिया जाएगा।
क्षत्रिय परिवार का माँग पत्र 1. सत्ता में भागीदारी राष्ट्रीय पार्टियों द्वारा क्षत्रियों को उनके प्रभुत्व वाली समस्त विधानसभाओं में टिकिटो का वितरण करना। 2. कत्रिय कल्याण बोर्ड और सवर्ण आयोग का गठन | 3. सनातन बोर्ड के गठन किया जाए। 4. EWS की सभी विसंगतियाँ दूर कर मात्र 8 लाख और कम आय का प्रावधान किया जाए। 5. क्षत्रिय छात्रों के लिए प्रत्येक जिल्ले में हॉस्टल का निर्माण किया जाए। 6. महापुरुषो और वीरांगनाओ का इतिहास संरक्षित करने हेतु आयोग का गठन किया जाए। 7. प्रदेश मे गौ रक्षार्थ कड़े कानून बनाना और गौ माता को राष्ट्र माता का दरज्जा दिलवाने हेतु उत्तराखंड के तर्ज पर प्रदेश में बिल पास कर केंद्र को सुपर्द करना। 8. लव जेहाद, लैंड जेहाद को पूर्णविराम देने हेतु कड़े कानून बनाना और शीघ्र अति शीघ्र अनुपालन करना 9. सभी भूतपूर्व सैनिकों और शहीदों के परिवारों को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरियों में प्रधानता दी जाए। 10. एट्रोसिटी का विरोध नहीं किंतु एट्रोसिटी के दुरुपयोग को रोकने हेतु कड़े कानून का गठन करना और प्रोत्साहन राशि का भुगतान बंद करना और गिरफ्तारी जाँच के पश्चात करना। 11. आरक्षण का कोई विरोध नहीं किंतु आरक्षण की समीक्षा हो, क्रिमिलेयर का प्रावधान हो ताकि जरूरत मंद वंचित लोगो तक इसका लाभ पहुंच सके, आरक्षण का प्रावधान आर्थिक आधार पर हो। 12. बुंदेलखंड संभाग को अलग राज्य घोषित किया जाए। इस पत्रकार वार्ता में करणी सेना के कई कार्यकर्ता भी उपस्थित थे

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे