नागा साधुओं के साथ रथों पर निकलें महामंडलेश्वर, 108 फीट की चुनरी अर्पण के साथ आतिशबाजी के साथ गंगा दशहरा महोत्सव नीलगंगा सरोवर पर देशभर के संतों के सान्निध्य मे मनाया गया

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: उज्जैन गंगा दशहरा महोत्सव अंतर्गत श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा घाट नीलगंगा पर मंगलवार सुबह 7 बजे देशभर से आए संत-महंतों का शाही स्नान किया वहीं शाम को नीलगंगा सरोवर स्थित मां नीलगंगा का पंचामृत अभिषेक कर महाआरती की नीलगंगा सरोवर में गंगा पूजन के बाद शाम को मां नीलगंगा को 108 फीट की चुनरी अर्पण कर। आतिशबाजी के साथ महाआरती हुई श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने बताया जूना अखाड़ा की अगुवाई में 2017 से नीलगंगा घाट पर गंगा दशहरा पूजन पर्व मनाया गया है। इस वर्ष अभा अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत रविंद्र म्हाराज, वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी कपिल पुरीजी महाराज के सान्निध्य में जूना अखाड़ा, श्री पंचायती निरंजनी पेशवाई सुबह 6.30 बजे से शुरू हुई वही श्री पंच दशनाम आव्हान अखाड़ा श्री पंचायती अग्नि अखाड़ा, आनंद अखाड़ा नया उदासीन अखाड़ा, निर्मल अखाड़ा सहित अन्य अखाड़ों के संत महंत शाही स्नान में शामिल हुऐ। गंगा दशहरा महोत्सव में शामिल होने महामंडलेश्वर स्वामी महेंद्र आनंद गिरी महाराज, महामंडलेश्वर साध्वी चेतना गिरी माताजी, महामंडलेश्वर साध्वी श्रद्धा गिरी माताजी साथ ही उज्जैन अखाड़ा परिषद की एक बैठक भी हुई : सिंहस्थ महापर्व 2028 की तैयारियों और शिप्रा शुद्धिकरण के मुद्दे को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज की अध्यक्षता में सिहस्थ पड़ाव स्थल नीलगंगा पर प्रारंभ हुई। इसमें शामिल होने सभी अखाड़ों के पदाधिकारी थे । साधु संत, महामंडलेश्वर सहित विभिन्न अखाड़ों के संत और भक्त नीलगंगा सरोवर में शाही स्नान किया सिहंस्थ पड़ाव स्थल नीलगंगा से सुबह 6.30 बजे पेशवाई प्रारंभ हुई जो नीलगंगा चौराहा होते हुए जूना अखाड़ा घाट पहुंची। वहां जूना अखाड़ा नीलगंगा के देवता का स्नान विधि विधान से किया गया। उसके बाद साधु-संत नीलगंगा सरोवर. में स्नान करा और शाम को मां नीलगंगा की महा आरती के साथ ही संतों ओर भक्तजनों का भंडारा आयोजित किया गया। इंदौर से आए संगीत दल द्वारा शिव स्तुति एवं निनाद नृत्य अकादमी की बालिकाओं द्वारा गंगा स्तुति की प्रस्तुतियां दी।

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