उज्जैन, सोमवार, 29 मई, 2023 गंगा दशहरा महोत्सव कल, नीलगंगा सरोवर में संतों का शाही स्नान, शाम को महाआरती आयोजन : 2017 से जूना अखाड़ा की अगुवाई में हो रहा कार्यक्रम, शिव स्तुति के साथ बालिकाएं करेंगी गंगा स्तुति

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उज्जैन, सोमवार, 29 मई, 2023 गंगा दशहरा महोत्सव कल, नीलगंगा सरोवर में संतों का शाही स्नान, शाम को महाआरती आयोजन : 2017 से जूना अखाड़ा की अगुवाई में हो रहा कार्यक्रम, शिव स्तुति के साथ बालिकाएं करेंगी गंगा स्तुति
उज्जैन गंगा दशहरा महोत्सव अंतर्गत पंच दशनाम जूना अखाड़ा घाट नीलगंगा पर सोमवार सुबह 7 बजे देशभर से आए संत-महंतों का शाही स्नान होगा। शाम को नीलगंगा सरोवर स्थित मां नीलगंगा का पंचामृत अभिषेक कर महाआरती का आयोजन किया जाएगा। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने बताया कि जूना अखाड़ा की ओर से 2017 से नीलगंगा घाट पर गंगा दशहरा पूजन पर्व मनाया जा रहा है। इस वर्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज के सान्निध्य में जूना अखाड़ा, श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा, श्री पंच दशनाम आव्हान अखाड़ा श्री पंचायती अग्नि अखाड़ा, आनंद अखाड़ा, सहित अन्य अखाड़ों के संत-महंत शाही स्नान में शामिल होंगे। साधु-संत, महामंडलेश्वर सहित विभिन्न अखाड़ों के संत और भक्त नीलगंगा सरोवर में शाही स्नान करेंगे। इंदौर से आए संगीत दल की और से शिव स्तुति और निनाद नृत्य अकादमी नीलगंगा सरोवर पर आयोजित समारोह में देशभर के संत, महंत ने सहभागिता की। को दोपहर 12 बजे से सिंहस्थ की बालिकाओं द्वारा गंगा स्तुति की प्रस्तुतियां होगी। नीलगंगा सरोवर में गंगा पूजन पश्चात शाम को मां नीलगंगा को 108 फीट की चुनरी अर्पण की जाएगी। वहीं आतिशबाजी के साथ महा आरती का आयोजन होगा। सुबह 6.30 बजे पेशवाई: सिहंस्थ पड़ाव स्थल नीलगंगा से सुबह 6.30 बजे पेशवाई शुरू होगी। जो नीलगंगा चौराहा होकर जूना अखाड़ा घाट पहुंचेगी, यहां जूना अखाड़ा नीलगंगा के देवता का स्नान विधिविधान से होगा। उसके बाद साधु-संत नीलगंगा सरोवर में स्नान करेंगे। शाम को मां नीलगंगा की महाआरती होगी। अखाड़ा परिषद की बैठक 30 को सिंहस्थ 2028 की तैयारियों और शिप्रा शुद्धिकरण को लेकर अभा अखाड़ा परिषद की बैठक परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्रपुरी महाराज की अध्यक्षता में 30 मई पड़ाव स्थल नीलगंगा पर शुरू होगी। इसमें शामिल होने सभी अखाड़ों के पदाधिकारी

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