उज्जैन कल शनिवार 22 अप्रैल को प्रातः9:30 बजे भगवान परशुराम की यात्रा महाकाल मंदिर से प्रारंभ गुदरी चौराहा पटनी बाजार गोपाल मंदिर नई सड़क मालीपुरा चामुंडा माता चौराहा होते हुए फ्रीगंज टावर पर समाप्त होगी

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उज्जैन आगे की ओर से ब्राह्मण समाज का यह महा सम्मेलन आयोजित किया गया था। बह्म सम्मेलन में अतिथियों के रूप में रामानुजकोट के युवराज स्वामी श्री माधव प्रपत्राचार्य, महामंडलेश्वर आचार्य शैलेषानंद और भागवताचार्य आचार्य अखिलेश महाराज थे। कार्यक्रम में शहर के समस्त ब्राह्मण समाजजनों ने सहभागिता की। कार्यक्रम संयोजक माया राजेश त्रिवेदी ने बताया शहर में ब्राह्मण समाज की एकता के लिए यह अभी अब तक का सबसे बड़ा ब्रह्म सम्मेलन रहा। कार्यक्रम में समाज की उप वर्गीय शाखाओं के 41 का सम्मान किया गया। इनके अलावा भी समाज की अन्य विभूतियों का सम्मान किया गया। गणगौर दरवाजे के समीप शगुन शहनाई गार्डन में श्री परशुराम के जन्मोत्सव पर अक्षय तृतीया पर 22 अप्रैल को निकलने वाली श्री परशुराम दर्शन यात्रा की तैयारियों के क्रम में श्री परशुराम ब्राह्मण संगठन अतिथियों का स्वागत संस्था अध्यक्ष गिरीश पाठक ने किया। संचालन संस्थापक अध्यक्ष पं. राजेश त्रिवेदी एवं अजय शंकर जोशी ने किया। कार्यक्रम में श्रवण शर्मा, देवेंद्र पुरोहित सहित बड़ी संख्या में समाज के वरिष्ठजन उपस्थित थे। अष्ट धातु से बनी भगवान परशुराम की मूर्ति स्थापित करने का संकल्प वागत करता है क ल श्री परशुराम ब्राह्मण संगठन उज्जैन ‘की ओर से गुरुवार की शाम वा सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में ब्राह्मण समाजजन शामिल हुए। ब्रह्म सम्मेलन में समाज की उप वर्गीय शाखाओं के अध्यक्षों और वेद विद्या आचार्यों का सम्मान किया गया। वहीं कार्यक्रम संयोजक माया राजेश त्रिवेदी के आह्वान पर उज्जैन में भगवान परशुराम की विशालकाय अष्ट धातु की मूर्ति स्थापित करने – अध्यक्षों और 31 वेद विद्या आचायों ब्रह्म सम्मेलन में मंच से सामाजिक एवं देश में एकता और अखंडता के साथ उज्जैन में भगवान परशुराम की अष्ट धातु की मूर्ति स्थापति करने का संकल्प लेते समाजजन का संकल्प लिया। अष्ट धातु को इस मूर्ति को बनाने के लिए हर घर से धातु के अंश एकत्रित किए जाएंगे। सामाजिक एकता और देश की एकता व अखंडता की ली शपथ कार्यक्रम में उज्जैन में अष्ट धातु से भगवान परशुराम की मूर्ति स्थापित करने का संकल्प समाजजनों ने लिया। समाजजनों से यह भी आग्रह किया गया कि शहर में समाज के प्रत्येक घर से इसके लिए धातु के अंश दिए जाएं। सभी समाजजनों ने स्वेच्छा से धातु के अंश देने के लिए हाथ उठाकर समर्थन किया। कार्यक्रम में सामाजिक एकता और देश की एकता एवं अखंडता की शपथ ली गई। इसके अलावा सभी समाजजनों ने अक्षय तृतीया पर निकलने वाली श्री परशुराम दर्शन यात्रा में सहभागिता का भी संकल्प लिया

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