ब्रह्म सम्मेलन 20 को, श्री परशुराम दर्शन यात्रा 22 को अन श्री परशुराम ब्राह्मण संगठन की बैठक में निर्णय लिया कि 20 अप्रैल को ब्रह्म सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इसमें 5000 से अधिक ब्राह्मण जन शामिल होंगे। 22 अप्रैल की सुबह 9.30 बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर से श्री परशुराम दर्शन यात्रा शुरू होगी।

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उज्जैन परशुराम ब्राह्मण संगठन की जानकारी देते हुए संगठन के पं. श्रवण शर्मा व पं. देवेंद्र पुरोहित ने बताया सैकड़ों की संख्या में उपस्थित संगठन के पदाधिकारी व विभिन्न वर्ग के अध्यक्ष व मुर्ती के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं की उपस्थिति में हुई बैठक में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य बैठक में सहभागिता करते ब्राह्मण समाज के महिला और पुरुष । पं. राजेंद्र गुरु, भगवान शर्मा, राजेंद्र तिवारी, सतीश शर्मा, पार्षद माया राजेश त्रिवेदी, अजय पांडे, धनंजय शर्मा, लव मेहता, आकाश तिवारी आदि ने विचार व्यक्त किए। संचालन पं. अजयशंकर जोशी एवं परमात्मा वह जो अंधन को आंख और बांझन को पुत्र दे | वह परमात्मा कौन है, जो अंधन को आंख दे, कोड़ी को काया दे, बांझन को पुत्र दे व निर्धन को माया, दुःखी को सुखी कर दे। संत रामपाल महाराज ने यह बात सत्संग में कही। इसका श्रीमद् भगवत गीता अध्याय नंबर 15 के श्लोक नंबर 17 में वर्णन है। परम अक्षर ब्रह्म है। जिसकी सत भक्ति साधना श्रीमद भगवद गीता अध्याय नंबर 4 के श्लोक नंबर 34 के अनुसार तत्वदर्शी संत बताते हैं, जिससे भक्ति करने वाले साधक को संपूर्ण लाभ मिलते हैं। संस्थापक अध्यक्ष पं. राजेश त्रिवेदी ने किया। बैठक में महिलाओं में रेखा शर्मा, इंदिरा गौड़, पूनम दुबे, जया अशोक जागीरा संगीता शर्मा, विजयलक्ष्मी सनचोरा, ममता उपाध्याय, मोहिनी दुबे आदि मौजूद रहीं।

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