उज्जैन जिले में कई महिलाओं की चेन तोड़ने वाला इंदौर निवासी बदमाश सिकंदर तीन साल में पकड़ में आया। पुलिस ने उसकी टोपी, कपड़े व जूते तक के फुटेज संभाल के रखे थे। इन्हीं पर काम करती रही और हर वारदात में उसके पास रहे मोबाइल नंबर की मौजूदगी पीएसटीएन डाटा में मिली। इन्हीं सब तकनीकी मदद से आरोपी शिकंजे में आया तो 11 सोने की चेन बरामद हुई। बोला- ड्राइवरी मूल काम है व चेन स्नैचिंग पार्ट टाइम जॉब के रूप में करता था, के रास्ते, मोहल्ले व गलियों के बारे में काफी जानकारी है, इसलिए यहां ताकि एक्सट्रा इनकम हो सके। आता था। ये भी बताया कि घर से 45 साल का सिकंदर इंदौर के टिफिन लेकर निकलता। जिस एरिया खजराना का रहने वाला है और वर्तमान में वारदात करना होती दो घंटे पहले में पालिया क्षेत्र में मकान लिया है। यहां घूमकर पूरा जायजा लेता था कि भागने उसने नानाखेड़ा व माधवनगर क्षेत्र में में कोई बाधा तो नहीं आएगी। वारदात 1-1 जबकि बड़नगर में 6 महिलाओं के बाद टूटी चेन बेचता नहीं था, से चेन झपटना कबूला। इंदौर की भी क्योंकि सुनार भांप लेते कि ये चोरी की तीन वारदातें स्वीकारी। पूछताछ के है, इसलिए पत्नी के साथ जाकर पहले दौरान ये भी कबूला कि इंदौर व उज्जैन चेन जुड़वाता फिर उसे अन्य सुनार के चुराई पुरानी चेनें, नई बरामद हुई, बदमाश नकाब में एक आंख से झांकते हुए। बदमाश इंदौर पुलिस का भी वांटेड, कई वारदातें याद नहीं गिरफ्त में आया बदमाश इंदौर की एमजी रोड पुलिस का भी वांटेड है। लंबे रूट के भारी वाहन की ड्राइवरी करता है। पूछताछ में पुलिस को बताया कि इंदौर में भी वारदात की लेकिन तब एक साथी ने पकड़े जाने पर नाम ले दिया था। इस कारण एक साल जेल में रहना पड़ा। उसके बाद से अकेले ही वारदात की। तीन साल में कितनी चेनें झपटी याद नहीं। लूट के पैसों से फ्लाइट से गोवा तक घूमकर आया। यहां गिरवी रखता था, क्योंकि बेचने में पैसा कम मिलते व गिरवी रखने में 70 प्रतिशत तक पैसा मिल जाता। शुक्रवार को चेन स्नैचर के बारे में खुलासा करते हुए एसएसपी सत्येंद्रकुमार शुक्ल, एएसपी आकाश भूरिया ने बताया कि आरोपी बहुत ही शातिर है, उम्र अधिक होने के कारण एकदम से उस पर कोई शंका नहीं कर पाता था। बड़नगर थाना प्रभारी मनीष मिश्र ने बताया आरोपी का एक दिन का पुलिस रिमांड मिला है।
2022-11-12