उज्जैन 09 नवम्बर। बुधवार को भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश अनुसार अर्हता तिथि 1.1.2023 के मान से फोटो निर्वाचक नामावली के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम-2023 के अन्तर्गत प्रारूप प्रकाशन के सम्बन्ध में सम्राट विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल भवन के सभाकक्ष में एडीएम श्री संतोष टैगोर और उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री वीएस दांगी द्वारा मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों की बैठक और प्रेस कॉन्फ्रेंस ली गई। बैठक में एडीएम ने समस्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से कहा कि वे समस्त मतदान केन्द्रों पर अपने बीएलए नियुक्त करें तथा जितने भी बीएलए नियुक्त किये जाते हैं, उनकी सूची जिला निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध करायें। श्री टैगोर ने कहा कि बीएलओ और बीएलए आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। राजनैतिक दल अपने बीएलए की बैठक समय-समय पर आयोजित करें। जिले में जहां भी नई कॉलोनियां बनी हैं, वहां नये मतदाताओं की जानकारी प्राप्त करें।
बैठक में जानकारी दी गई कि बुधवार को एकजाई प्रारूप निर्वाचक नामावली का प्रारूप प्रकाशन प्रारम्भ कर दिया गया है। आज से 8 दिसम्बर 2022 तक दावे-आपत्तियां मतदान केन्द्रों में दर्ज कराई जा सकेंगी। इस दौरान मतदान केन्द्रों में बीएलओ उपस्थित रहेंगे।
दावे-आपत्तियां दर्ज कराने के लिये विशेष कैम्प 12 नवम्बर एवं 13 नवम्बर तथा 19 नवम्बर एवं 20 नवम्बर को आयोजित किये जायेंगे। दावे-आपत्तियों का निराकरण आगामी 26 दिसम्बर तक किया जायेगा। इसके पश्चात निर्वाचक नामावली का अन्तिम प्रकाशन 5 जनवरी 2023 को किया जायेगा।
बैठक में एडीएम श्री टैगोर द्वारा जानकारी दी गई कि उज्जैन जिले की विधानसभाओं में विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-215 घट्टिया के अन्तर्गत नवीन मतदान केन्द्र क्रमांक-187 भैंसाखेड़ी स्थापित किया गया है। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-217 उज्जैन दक्षिण के अन्तर्गत मतदान केन्द्र क्रमांक-57 यंत्र महल मार्ग और 183 ऋषि नगर को विलोपित किया गया है। जीर्ण-शीर्ण होने के कारण उज्जैन जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में 72 मतदान केन्द्र भवन का परिवर्तन किया गया है। दूरी, अपर्याप्त स्थान या अन्य कारण से 11 मतदान केन्द्रों का भवन परिवर्तन किया गया है। इसके अलावा 23 केन्द्रों के भवन के नाम में परिवर्तन किया गया है। साथ ही 9 केन्द्रों का अनुभाग अन्तरण किया गया है। युक्तियुक्तकरण के पश्चात उज्जैन जिले में अब कुल 1820 मतदान केन्द्र स्थापित किये गये हैं।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री दांगी द्वारा जानकारी दी गई कि पूर्व में दिनांक 5 जनवरी 2022 की स्थिति में उज्जैन जिले में कुल 14 लाख 82 हजार 886 मतदाता थे तथा सेवा मतदाताओं की संख्या 1579 थी। दिनांक 5 जनवरी से वर्तमान प्रारूप प्रकाशन जो कि 9 नवम्बर को किया गया है, की अवधि में उज्जैन जिले में 45 हजार 663 नये मतदाताओं के नाम जोड़े गये तथा 65 हजार 40 मतदाताओं के नाम विलोपित किये गये। इसके अलावा 13 हजार 892 मतदाताओं द्वारा नाम, पते, फोटो आदि में संशोधन/सुधार कराये गये। प्रारूप प्रकाशन दिनांक 9 नवम्बर 2022 की स्थिति में उज्जैन जिले में कुल 14 लाख 63 हजार 509 मतदाता हैं, जिनमें पुरूष मतदाता 7 लाख 44 हजार 196, महिला मतदाता 7 लाख 19 हजार 239 और अन्य मतदाता 74 हैं। सेवा मतदाताओं की संख्या 1559 है। जिले का जेण्डर रेशो 966 है।
निर्वाचन आयोग द्वारा एक अगस्त 2022 से निर्वाचक नामावली में सम्मिलित मतदाताओं का आधार से सत्यापन कराया जा रहा है। जिले में कुल 14 लाख 63 हजार 509 मतदाताओं में से 12 लाख 19 हजार 303 मतदाताओं का आधार से अद्यतन सत्यापन (83.31 प्रतिशत) कराया जा चुका है।
एडीएम द्वारा जानकारी दी गई कि अब एक अप्रैल, एक जुलाई, एक अक्टूबर में से किसी भी तिथि को 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने वाला अग्रिम में प्रारूप-6 में निर्वाचक नामावली में अपना नाम सम्मिलित करने के लिये दावा कर सकेगा। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओं की सुविधा के लिये नामावली में नाम सम्मिलित करने, दर्ज किसी नाम पर आपत्ति अथवा नाम हटाये जाने तथा नामावली में दर्ज पता और अन्य त्रुटिपूर्ण इंट्रियों (प्रविष्टियों) में सुधार या संशोधन हेतु बीएलओ के अतिरिक्त मतदाता स्वयं के लिये वोटर हेल्पलाइन एप (वीएचए) तथा नेशनल वोटर्स सर्विस पोर्टल (एनवीएसपी) से ऑनलाइन सुविधा प्रदान की गई है।
उल्लेखनीय है कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्य प्रदेश द्वारा मतदाता जागरूकता सम्बन्धी उत्कृष्ट कार्य करने एवं नवाचार करने वाले बीएलओ की सफलता की कहानी को प्रदेश स्तर पर मासिक बीएलओ ई-पत्रिका में प्रकाशित कराया जा रहा है। चयनित बीएलओ को प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित भी किया जा रहा है।
आयोग द्वारा एक अगस्त 2022 से मतदाताओं को डुप्लीकेट ईपिक भी नि:शुल्क प्रदाय किये जाने का निर्णय लिया गया है। पूर्व में डुप्लीकेट ईपिक के लिये 25 रुपये का चालान जमा कराना होता था। अब नवीन ईपिक के साथ ही डुप्लीकेट ईपिक भी नि:शुल्क प्रदाय किये जा रहे हैं। ऐसे मतदाता जिनके युनिक मोबाइल नम्बर आयोग के पोर्टल पर दर्ज हैं, उन्हें ई-ईपिक डाउनलोड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। अब मतदाता फार्म स्वीकार होने के साथ ही बिना किसी इंतजार के स्वयं ई-ईपिक डाउनलोड कर सकते हैं।
बैठक में अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि मतदाताओं की शिकायतों के समाधान हेतु वोटर हेल्पलाइन पुन: स्थापित किये जाने का निर्णय लिया गया है। शीघ्र ही जिले में उक्त सेवा प्रारम्भ हो जायेगी।
2022-11-09