उज्जैन भगवान श्री महाकाल की “कार्तिक-अगहन” मास की आज पहली सवारी.
भगवान श्री महाकाल की कार्तिक-अगहन मास की पहली सवारी पूरे धूम-धाम से संध्या चार बजे सभा-मंडप से पूजन पश्चात माँ क्षिप्रा के तट हेतु निकलेगी जहाँ भगवान श्री महाकाल का मां क्षिप्रा जी के जल से जलाभिषेक व पूजन अर्चन की जाएगी
कार्तिक अगहन मास में क्रमष
सवारी दिनाँक
* प्रथम 31/10/22
*हरिहर-भेँट, वैकुंठ चतुर्दर्शी : 06/11/22
* द्वितीय 07/11/22
*तृतीय 11/11/22
* चतुर्थ शाही सवारी : 21/11/2022
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इस तरह कुल पांच सवारी निकलेगी.
वर्ष के बारह मासों में से तीन मास पूजन-अर्चन व आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष महत्व के बताए गए हैं.
* वैशाख (गर्मी )
* कार्तिक (ठण्ड )
* श्रावण (वर्षा )
कार्तिक मास में अत्यन्त महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व यथा:
वैकुंठ चतुर्दशी,
देव उठनी ग्यारस,
कार्तिक-पूर्णिमा आदि आने के साथ ही कार्तिक मास भगवान शिव परिवार एवम भगवान विष्णु के परिवार के पूजन – अर्चन, ध्यान, मनन, तथा आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है. मंदिर प्रशासक श्री संदीप सोनी ने बताया कि
सवारी सम्वन्धी सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद होकर तैयारियां पूर्ण कर ली गयी हैं.